टैक्स इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ ग्लैमर वर्ल्ड में आई, ₹263 करोड़ के फ्रॉड मामले में ED ने कृति वर्मा को तलब किया: रोडिज और बिग बॉस में किया है काम

मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने बिग बॉस की प्रतिभागी कृति वर्मा (दाएँ) को तलब किया (फाइल फोटो)

TV अदाकारा कृति वर्मा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच शुरू की है। इस मामले में ED ने पूछताछ के लिए कृति को तलब किया है। फिलहाल जाँच के दायरे में 263 करोड़ रुपए की संदिग्ध राशि बताई जा रही है। कृति वर्मा बिग बॉस सीजन 12 में दिख चुकी हैं। उन पर धोखाधड़ी के आरोपितों से रिश्तों का भी आरोप है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले की शुरुआत तब हुई जब कृति ने हरियाणा के गुरुग्राम में अपनी एक प्रॉपर्टी बेची। आरोप लगा कि ये जमीन उन्होंने साल 2021 में धोखाधड़ी के पैसों से लिया था। तब जाँच के दौरान कृति के खाते में 1 करोड़ 18 लाख रुपए की रकम जमा पाई गई थी। इस पैसे को जाँचकर्ताओं ने फ्रीज कर दिया था।

जाँच के कृति द्वारा ऐसे ही जमीनों की खरीद फरोख्त कुछ अन्य शहरों में भी करने की जानकारी मिली। जिन शहरों में कृति ने जमीनें खरीदीं, उनमें पुणे, खंडाला, कर्जत, उडुपी प्रमुख हैं। इसके साथ ही पनवेल और मुंबई में उनके नाम पर फ्लैट का भी पता चला। इन सभी के अलावा कृति के पास तीन लग्जरी गाड़ियों की भी जानकारी सामने आई थी।

बताया जा रहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग के इस रैकेट में कृति के साथ सारिका शेट्टी, राजेश शेट्टी और अनंत पाटिल भी शामिल मिले थे। मिले सबूतों के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने PMLA कानून के अंतर्गत इन सभी आरोपितों की कर्नाटक और महाराष्ट्र में 69.65 करोड़ रुपए और 32 चल और अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया था।

ED का मानना है कि इन सम्पत्तियों को खरीदने के लिए पैसे धोखाधड़ी से कमाए गए थे। अभिनेत्री कृति के इन साथियों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से गलत टैक्स रिफंड जारी करने का भी आरोप। है। अब इस केस में ED कृति से भी जल्द ही सवाल जवाब कर सकती है।

हालाँकि, इन आरोपों पर अभी तक कृति की तरफ से कोई सफाई या बयान नहीं आया है। बता दें कि एक्ट्रेस कृति वर्मा टैक्स ऑफिसर थीं। इस नौकरी को छोड़कर वह ग्लैमर की दुनिया में आई थीं। कृति केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड में जीएसटी इंस्पेक्टर थीं।

दरअसल, कहानी की शुरुआत कहीं और से शुरू होती है। पिछले साल CBI ने इनकम टैक्स के सीनियर टैक्स असिस्टेंट तानाजी मंडल अधिकारी और पनवेल के व्यापारी भूषण अनंत पाटिल के अलावा कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच कर रही थी। इन लोगों पर धोखाधड़ी करके टैक्स रिफंड जारी कराने का आरोप था।

इस मामले में दर्ज FIR के आधार पर ED ने PMLA के तहत जाँच शुरू कर दी। जाँच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को पता चला कि अनंत पाटिल के बैंक अकाउंट के अलावा कई अन्य बैंक अकाउंट्स में पैसा ट्रांसफर किया गए थे। इसी कृति वर्मा का नाम भी सामने आया। ED के अधिकारियों का कहना है कि पाटिल और कृति रोमांटिक रूप से जुड़े हैं।

टैक्स अधिकारी तानाजी मंडल ने 15 नवंबर 2019 और 4 नवंबर 2020 के बीच 263.95 करोड़ रुपए के 12 फर्जी TDS रिफंड जारी किए गए थे। रिफंड का यह पैसा पाटिल और संबंधित लोगों के अलावा शेल कंपनियों में भी ट्रांसफर किए गए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया