सेक्स सीन, भगवद्गीता पढ़ती नंगी युवती… फिल्म ‘Oppenheimer’ में गीता का अपमान, लोगों ने पूछा – हिन्दुओं के धैर्य की ही परीक्षा क्यों?

क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म 'Oppenheimer' में किया गया भगवद्गीता का अपमान (फोटो साभार: Twitter/Gems Of Bollywood)

क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ‘Oppenheimer’ सिनेमघरों में आ गई है। ये फिल्म परमाणु बम का अविष्कार करने वाले अमेरिकन थ्योरेटिकल फिजिसिस्ट रॉबर्ट जे ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित है, जिन्हें अमेरिका ने ‘प्रोजेक्ट Y’ का निदेशक बनाया था। उनके द्वारा बनाए गए बम को ही जापान में गिराया गया था। अब इस फिल्म के कुछ दृश्यों में हिन्दू धर्म ग्रन्थ भगवद्गीता का अपमान किए जाने की खबर सामने आई है।

Oppenheimer: सेक्स सीन, गीता पढ़ती नंगी लड़की

फिल्म में एक सेक्स वाले दृश्य में दिखाया गया है कि अभिनेता लड़की को भगवद्गीता पढ़ने के लिए देता है। युवती पूछती है कि ये क्या है? इस पर वो बताता है कि ये संस्कृत में है। इसके बाद वो इसे पढ़ने के लिए कहता है। इसके बाद वो ग्रन्थ का वो हिस्सा पढ़ती है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण अपने विष्णु के रूप में अर्जुन को अपना विकराल स्वरूप दिखाते हैं। इसके बाद अभिनेता युवती को आगे पढ़ने के लिए कहता है।

इस दृश्य में अभिनेता और अभिनेत्री, दोनों ही बिस्तर पर नंगे हैं। युवती को पूरी तरह न्यूड दिखाया गया है और उसके स्तन पर्दे पर दिख रहे होते हैं। आगे वो भगवद्गीता का वो श्लोक पढ़ती है, जिसे रॉबर्ट ओपेनहाइमर दोहराया करते थे। हालाँकि, ‘जेम्स ऑफ बॉलीवुड’ ने भी इस दृश्य को लेकर ये कहते हुए आलोचना की है कि इतिहास में ऐसा कहीं नहीं लिखा कि सेक्स करते समय वो गीता पढ़ते थे। साथ ही सवाल दागा कि भारत इस चीज के साथ इतना सहज क्यों है?

लोग पूछ रहे हैं कि आखिर भारत में सेंसर बोर्ड ने इस दृश्य को कैसे पास कर दिया? लोगों ने सवाल किया है कि क्या जिस तरह से सेक्स सीन में गीता को दिखाया गया है, वैसे किसी अन्य मजहब की पुस्तक दिखाई जा सकती है? हालाँकि, दृश्य में गीता का नाम नहीं लिया गया है, सिर्फ इसे संस्कृत पुस्तक कहा गया है। इस दृश्य में वैज्ञानिक को एक कम्युनिस्ट लड़की के साथ सेक्स करते हुए दिखाया गया है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर हिन्दुओं के धैर्य और सहिष्णुता को ही बार-बार क्यों जाँचा जा रहा है?

अमेरिकी वैज्ञानिक रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने पढ़ा था गीता का श्लोक

बता दें कि रॉबर्ट जे ओपेनहाइमर ने कहा था कि जब दुनिया का पहला परमाणु ब्लास्ट सफल रहा, तब उनके मन में भगवद्गीता से भगवान श्रीकृष्ण के ये शब्द गूँजे – “अब मैं मृत्यु बन गया हूँ, संसारों का विध्वंस करने वाला।” भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण अपने प्रिय मित्र अर्जुन की शंकाओं का जवाब देते हैं, उन्हें युद्ध करने के लिए प्रेरित करते हैं। इसी दौरान वो अपना विकराल रूप प्रकट करते हैं और विष्णु के रूप में बताते हैं कि वो कौन हैं। उक्त श्लोक इस प्रकार है:

कालोऽस्मि लोकक्षयकृत्प्रवृद्धो लोकान्समाहर्तुमिह प्रवृत्तः ।
ऋतेऽपि त्वां न भविष्यन्ति सर्वे येऽवस्थिताः प्रत्यनीकेषु योधाः ॥॥ (11.32)

इसका हिंदी अर्थ कुछ इस प्रकार होगा, “मैं प्रलय का मूल कारण और महाकाल हूँ जो जगत का संहार करने के लिए प्रवृत्त हुआ हूँ। तुम्हारे युद्ध में भाग लेने के बिना भी युद्ध की व्यूह रचना में खड़े विरोधी पक्ष के योद्धा मारे जाएँगे।” फिल्म ‘Oppenheimer’ के मुख्य अभिनेता सिलियन मर्फी ने भी गीता को एक उत्तम और प्रेरक ग्रन्थ बताते हुए कहा था कि रोल की तैयारी के लिए उन्होंने इसे पढ़ा। हालाँकि, सेक्स वाले दृश्यों में गीता का चित्रण किए जाने से लोग नाराज़ हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया