‘8000 मंदिर तोड़े, 40 लाख हिन्दुओं का जबरन इस्लामी धर्मांतरण किया’: टीपू सुल्तान पर फिल्म की घोषणा, वीडियो में दिखाया क्रूर सुल्तान का असली सच

टीपू सुल्तान की सच्चाई दिखाने के लिए आ रही है फिल्म

इतिहासकारों ने लंबे समय तक टीपू सुल्तान को एक स्वतंत्रता सेनानी बताया और पाठ्यक्रम में भी ऐसा ही पढ़ाया गया। लेकिन, जब सही इतिहास सामने आया तो हिन्दुओं पर अत्याचार करने वाले टीपू सुल्तान की पोल खुल गई। जिस टीपू सुल्तान की कॉन्ग्रेस सरकार जयंती मनाती थी, अब लोग उसे हिन्दुओं का हत्यारा और मंदिर तोड़ने वाले के रूप में जानते हैं। अब मैसूर के सुल्तान के ‘डार्क साइड’ को दिखाने के लिए फिल्म भी आ रही है। ‘Eros International’ इस फिल्म को पेश कर रहा है।

‘टीपू’ फिल्म के अनाउंसमेंट वीडियो में दिखाया गया है कि इस क्रूर शासक ने 8000 मंदिरों और 27 चर्चों को ध्वस्त किया। इसमें बताया गया है कि 40 लाख हिन्दुओं को इस्लाम अपना कर मुस्लिम बनने को मजबूर किया गया, उन्हें गोमांस खिलाया गया। 1 लाख से भी अधिक हिन्दुओं को जेल में ठूँस दिया गया। कालीकट में 200 ब्राह्मण परिवारों का नरसंहार किया गया। वीडियो में बताया गया है कि सन् 1783 से ये ‘जिहाद’ शुरू किया गया था। वीडियो में मंदिरों को जलते हुए भी दिखाया गया है।

इस फिल्म का निर्देशन पवन शर्मा कर रहे हैं। एक वीडियो के जरिए फिल्म की घोषणा कर दी गई है। इस फिल्म को संदीप सिंह और रश्मि शर्मा मिल कर प्रोड्यूस कर रहे हैं। संदीप सिंह ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ भी बना रहे हैं, जिसमें रणदीप हुड्डा वीर विनायक दामोदर सावरकर के किरदार में दिखेंगे। वो ‘अटल’ फिल्म भी बना रहे हैं, जिसमें पंकज त्रिपाठी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का रोल अदा कर रहे हैं। संदीप शर्मा इसके अलावा ‘बाल शिवाजी’ फिल्म भी बना रहे हैं।

उनके अलावा रश्मि शर्मा इस फिल्म का निर्माण करेंगी, जो ‘पिंक (2016)’ की भी प्रोड्यूसर थीं। ‘टीपू’ फिल्म को हिंदी, कन्नड़, तमिल तेलुगु और मलयालम में रिलीज किया जाएगा। फिल्म के लिए रिसर्च का काम रजत सेठी ने किया है, जो हॉवर्ड और IIT खड़गपुर जैसे संस्थानों से पढ़ चुके हैं। कानपुर में जन्मे रजत सेठी असम चुनाव में भाजपा के लिए काम कर चुके हैं। वो एक उम्दा राजनीतिक विश्लेषक और लेखक भी हैं।

फिल्म के निर्देशक पवन शर्मा ने कहा, “हमें टीपू सुल्तान के बारे में स्कूलों में जो पढ़ाया गया, वो बहुत ही भ्रामक था। जब मैंने इस क्रूर शासक के बारे में सही से जाना, तो मैं काफी हैरान रह गया। मैं इस फिल्म के जरिए एक कठोर वास्तविकता दिखाने जा रहा हूँ, जिससे छेड़छाड़ कर के हमें टीपू सुल्तान को लेकर योद्धा नायक बता कर पेश किया गया।” वहीं रजत सेठी ने कहा कि टीपू सुल्तान के अत्याचारों को छिपा कर उसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया