2014 और 2019 के जनादेश के लिए जताया आभार, कहा- मैं अगले 15 अगस्त को फिर आऊँगा: लाल किले से PM मोदी ने बता दिया 2024 का मूड

लाल किले से पीएम मोदी ने सेट किया 2024 का एजेंडा

भारत आज 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया और लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान पीएम मणिपुर, विपक्ष से लेकर देश के विकास तक पर बोले। पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा देश की आजादी की जंग में जिस-जिस ने बलिदान दिया है, त्याग किया है, तपस्या की है, मैं उन्हें आदरपूर्वक नमन, उनका अभिनंदन करता हूँ।

उन्होंने कहा कि इस कालखंड में कोई भूभाग ऐसा नहीं था, कोई समय ऐसा नहीं था जब भारत के वीरों ने देश की आजादी की लौ को जलाए न रखा हो। देश की नारी शक्ति, देश के किसान, देश के मजदूर, कोई भी ऐसा नहीं था जो आजादी के सपने को लेकर जीता न हो। जनचेतना का वह व्यापक रूप, त्याग और तपस्या का वह व्यापक रूप, जन-जन के अंदर विश्वास जगाने वाला वह पल, आखिरकार 1947 में देश आजाद हुआ। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएँ देता हूँ।

‘ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है’

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएँगे, जो फैसला लेंगे, वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है। विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है। उन्होंने कहा सुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का मान।

मैं आपका हर सपना पूरा करूँगा

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में मैंने परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझ पर भरोसा किया। मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया। मुझे दोबारा मौका दिया। मैं आपका हर सपना पूरा करूँगा। मैं अगले 15 अगस्त को फिर आऊँगा। मैं आपके लिए ही जीता हूँ। मैं अगर पसीना बहाता हूँ तो आपके लिए बहाता हूँ, क्योंकि आप ही मेरा परिवार है। मैं आपका दुख नहीं देख सकता।

‘2047 में दुनिया में भारत का झंडा विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए’

लाल किले से पीएम मोदी ने कहा, “सपने अनेक हैं। संकल्प साथ हैं। नीतियाँ स्पष्ट हैं। लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना होगा। मैं आज लाल किले से आपका आर्शीवाद माँगने आया हूँ। आज कुछ चीजों को हमें गंभीरता से लेना होगा। 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न बनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा झंडा विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए।”

‘देश मणिपुर के लोगों के साथ है’

पीएम अपने भाषण में मणिपुर का जिक्र करना भी नहीं भूले उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में विशेषकर मणिपुर में, जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, माँ-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। केंद्र और राज्य की सरकार मिलकर समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी। देश मणिपुर के लोगों के साथ है, मणिपुर के लोगों ने कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है,उसको आगे बढ़ाए। शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा। केंद्र और राज्य की सरकार मिलकर उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी।

‘विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी’

विपक्ष और कॉन्ग्रेस पर पीएम मोदी ने कहा, “आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए। देश के विकास के लिए परिवारवाद से मुक्ति जरूरी है। तुष्टीकरण की राजनीति ने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया। देश विकास चाहता है। देश 2047 का सपना साकार करना चाहता है। हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं कर सकते।”

‘भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण, इन तीन बुराइयों से पानी है मुक्ति’

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार ने हमारे देश को दीमक की तरह नोंच लिया है, लेकिन ये मोदी के जीवन का कमिटमेंट है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूँगा। दूसरा, परिवारवाद ने हमारे देश को नोंच लिया है। इस परिवारवाद ने जिस तरह से देश को जकड़ के रखा है, इसने लोगों का हक छीना है। तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है। इस तुष्टिकरण ने देश की मूलभूत चिंतन को, हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं। तहस-नहस कर दिया है। इसलिए हमें इन बुराइयों भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के साथ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है।

प्राकृतिक आपदा पर भी बोले

पीएम मोदी ने प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे लोगों के लिए कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए। जिन परिवारों ने इस संकट को सहन किया है मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूँ। राज्य-केंद्र सरकार मिलकर उन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ेंगी, ये विश्वास दिलाता हूँ।

‘दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का सपना’

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, “मेरा सपना है गाँव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का है। इसलिए हम नई योजना के बारे में सोच रहे हैं। एग्रीकल्चर फील्ड में टेक्नोलॉजी लाएँगे। ड्रोन की सर्विस उपलब्ध कराने के लिए हम इन्हें ट्रेनिंग देंगे। देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है। देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है।”

विश्वकर्मा योजना

पीएम मोदी ने ऐलान किया कि अगले महीने पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए विश्वकर्मा योजना लॉन्च करेंगे। विश्वकर्मा योजना में 15 हजार करोड़ रुपये लगाएँगे।

‘ये भारत न रुकता है, न हाँफता है, न हारता है’

पीएम मोदी ने कहा कि 25 साल से देश में चर्चा चल रही थी कि नया संसद भवन बनेगा। यह मोदी है जिसने समय के पहले संसद बनाकर रख दिया। यह एक ऐसी सरकार है जो काम करती है, जो निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करती है। ये नया भारत है। यह एक ऐसा भारत है जो आत्मविश्वास से भरा है। ये भारत ना रुकता है, न थकता है, न हाँफता है और न ही हारता है। पूरी दुनिया को मंहगाई ने दबोच रखा है, लेकिन भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरपूर प्रयास किए। हमने देश में महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा।

देश में अवसरों की कमी नहीं है

पीएम मोदी ने कहा, “जैसा सौभाग्य आज देश के नौजवानों को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी को मिलता है। हमें इसे गँवाना नहीं चाहिए। आने वाला समय टेक्नोलॉजी से प्रभावित रहने वाला है। हमारे छोटे-छोटे शहर और कस्बे आबादी में छोटे हो सकते हैं, लेकिन उनका सामार्थ्य किसी से कम कम नहीं है। देश में अवसरों की कमी नहीं है। आप जितने अवसर चाहेंगे ये देश उतने अवसर देने का सामार्थ्य रखता है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया