रोहिंग्या को बसाने के लिए NGO को ऋतिक रौशन ने दिए ₹100000? खरगोन, जहाँगीरपुरी में पुनर्वास की तैयारी, कैंपेन से इकट्ठा हुए ₹1 करोड़

ऋतिक रौशन ने दान किए 1 लाख रुपए?

हिंदुओं की शोभा यात्रा पर हमले के बाद उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली में जो बुलडोजर से अवैध निर्माणों पर कार्रवाई हुई उसके बाद अब सोशल मीडिया पर Miles2Smile फाउंडेशन द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें उन लोगों के लिए मदद माँगी जा रही है जिनके घरों-दुकानों पर प्रशासन ने बुलडोजर से कार्रवाई की।

इस कैंपेन के लिंक को तमाम वामपंथियों-कट्टरपंथियों द्वारा शेयर किया जा रहा है और तमाम लोग बढ़-चढ़ कर इसमें दान दे रहे हैं। इसी बीच एक चौंकाने वाला नाम भी डोनर्स की लिस्ट में सामने आया है। ये नाम ऋतिक रौशन का है। अमीना कौसर नाम की भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम महिला ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि ऋतिक रौशन ने खरगोन, जहाँगीरपुरी जैसे इलाकों में बुलडोजर चलने से बेघर हुए ‘पीड़ितों’ का जीवन दोबारा से शुरू करवाने के लिए 1,00,000 रुपए की मदद की है।

अमीना ने लिखा, “आज के समय में जब कोई कलाकार मुस्लिमों के साथ खड़ा नहीं होना चाहता। शुक्रिया आपका कि आपने इस काम के लिए दान दिया और शुरुआत करके दूसरे एक्टर्स के सामने उदाहरण सेट किया।” अपने ट्वीट के साथ अमीना ने कीटो पर शुरू किए गए अभियान का स्क्रीनशॉट साझा किया है जिसके साथ देख सकते हैं कि कैसे उस पर टॉप डोनर्स में ऋतिक रौशन का नाम लिखा आ रहा है और राशि में 1 लाख रुपए लिखा है। इस अभियान से जमा हुई कुल राशि 91लाख 74 हजार रुपए दिखाई गई है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर अमीना का दावा कितना सही और कितना गलत है इसकी पुष्टि अभी नहीं हो सकी है। लेकिन अमीना के ही ट्वीट पर देख सकते हैं कि एक सबा नाम की यूजर ने अमीना से दोबारा पूछा कि क्या वो कन्फर्म हैं ये वहीं ऋतिक रौशन हैं? इस पर अमीना ने दोबारा लिखा कि वो कन्फर्म हैं कि ये बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रौशन ही हैं।

Miles 2 Smile Foundation और रोहिंग्या कनेक्शन

गौरतलब है कि कीटो प्लेटफॉर्म पर शुरू अभियान के शीर्षक पर खरगोन और जहाँगीरपुरी जैसे इलाकों के नाम हैं। अभियान का उद्देश्य उन लोगों के लिए पैसे जुटाना है जिनकी घर या दुकानों पर बुलडोजर चला। Miles2SmileFoundation द्वारा चलाए जा रहे अभियान को लगभग 4 हजार लोगों का समर्थन मिला है और इनके जरिए 1 करोड़ से ज्यादा की धनराशि इकट्ठा कर ली गई है।

इस पूरे अभियान की दिलचस्प बात ये है कि जो संस्था इसे संचालित कर रही है उसका रोहिंग्याओं से खासा लगाव है। इससे पहले उन्होंने देश में रोहिंग्या मुस्लिमों को बसाने के लिए फंड एकत्रित किया था। इतना ही नहीं इन्होंने हरियाणा के नूँह में लर्निंग सेंटर खोला था और वहीं पर रोहिंग्याओं को छत देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा रोहिंग्या छात्रों को गणित विज्ञान पढ़ाने के साथ कुरान की शिक्षा देने के लिए भी इंतजाम किया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया