दूसरी बार माँ बनने पर इंक्रीमेंट, तीसरे बच्चे पर डबल इंक्रीमेंट, IVF प्रेगनेंसी पर ₹3 लाख: जनसंख्या बढ़ाने के लिए भारत का एक राज्य ऐसे कर रहा प्रोत्साहित

जनसंख्या बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा सिक्किम (प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार: सिक्किम प्रोजेक्ट)

1961 के बाद पहली बार चीन की जनसंख्या में कमी दर्ज की गई है। भारत के जल्द ही दुनिया के सर्वाधिक आबादी वाला देश बनने की उम्मीद है। देश में जनसंख्या नियंत्रण पर चर्चा हो रही है। लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जो प्रजनन दर घटने से चिंतित है। आबादी बढ़ाने के लिए लोग प्रोत्साहित हों इसके लिए स्कीम लागू कर रही है। यह राज्य है सिक्किम।

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। राज्य सरकार की तरफ से इसके लिए एक स्कीम भी तैयार की गई है। इसके तहत स्थानीय समुदाय के लोगों को आबादी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सीएम तमांग की तरफ से की गई घोषणा के तहत माँ बनने वाली सरकारी महिला कर्मचारियों को इंक्रीमेंट दिया जाएगा। आम लोगों को भी आर्थिक सहायता दी जाएगी। सिक्किम में पहले से ही माता-पिता बनने वाले दंपती को अतिरिक्त अवकाश प्राप्त है।

सिक्किम के जोरथांग में रविवार (15 जनवरी 2023) को माघे संक्रांति (मकर संक्रांति) समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सिक्किम में स्थानीय जातीय समुदायों की कम होती आबादी पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं सहित स्थानीय लोगों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर कम होती प्रजनन दर को रोकने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से तैयार किए गए एक प्रस्ताव का जिक्र किया। प्रस्ताव के अनुसार दूसरी बार माँ बनने पर राज्य सरकार की महिला कर्मचारियों को इंक्रीमेंट मिलेगा। तीसरे बच्चे के जन्म पर डबल इंक्रीमेंट दिया जाएगा।

सीएम ने कहा कि जातीय समुदाय के आम लोगों को भी बच्चे पैदा करने पर आर्थिक मदद मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तैयार किए गए विवरण के आधार पर उन्हें वित्तीय मदद दी जाएगी। वहीं, प्राकृतिक रूप से गर्भ धारण करने में असमर्थ महिलाओं की मदद के लिए अस्पतालों में आईवीएफ (IVF) सुविधा दी जा रही है। सीएम ने कहा कि आईवीएफ के जरिए माँ बनने वाली महिलाओं को 3 लाख रुपए दिए जाएँगे।

सीएम तमांग ने बताया कि आईवीएफ तकनीक से राज्य में अब तक 38 महिलाएँ गर्भधारण कर चुकी हैं। इनमें से कुछ माँ भी बन चुकी हैं। सीएम ने जानकारी दी कि उनकी सरकार पहले से ही माँ बनने वाली महिलाओं को 365 दिन का मातृत्व अवकाश और पुरुष कर्मचारियों को 30 दिन का पितृत्व अवकाश दे रही है। बता दें कि वर्तमान में सिक्किम की जनसंख्या सात लाख से भी कम है। 80 प्रतिशत आबादी जातीय समुदायों की है। लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया