दिल्ली में कोरोना का कहर, 750 डॉक्टर्स सहित संसद और पुलिसकर्मी भी ओमिक्रोन की चपेट में: 24 घंटे में महाराष्ट्र में सबसे अधिक केस तो केरल में 44 मौतें

दिल्ली में बढ़ता कोरोना का कहर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

ओमिक्रॉन के खतरे के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना की रफ्तार अब पूरी तरह से बेकाबू हो चुकी है। कोविड-19 की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से लगाए गए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू के बाद भी इसकी रफ्तार पर कोई खास असर होता हुआ नहीं दिख रहा है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने बताया कि पीआरओ और एडिशनल कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल समेत 1000 से भी ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मी क्वारंटाइन में हैं।

दिल्ली के 6 प्रमुख अस्पताल भी कोरोना की चपेट में

पुलिसकर्मी के साथ ही कोरोना वॉरियर्स भी इस वायरस की चपेट में आ गए हैं। वर्तमान में दिल्ली के 6 प्रमुख अस्पतालों में कम से कम 750 डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना से संक्रमित हैं। हालाँकि इनमें से अधिकांश को हल्के लक्षण हैं, जिसके बाद सभी ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है। एक साथ इतने मेडिकल स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने से कामकाज प्रभावित हुआ है। अस्पतालों को नियमित क्लीनिक और सर्जरी को बंद करना पड़ा है।

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, जिसमें लगभग 350 रेजिडेंट डॉक्टर इस समय आइसोलेशन में हैं। अस्पताल के एक रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा कि ये सिर्फ रेजिडेंट डॉक्टर हैं। कुछ फैकल्टी मेंबर्स और कई नर्स और पैरामेडिक्स भी कोविड पॉजिटिव हैं।

केंद्र सरकार द्वारा संचालित आरएमएल अस्पताल में कम से कम 90 डॉक्टर आइसोलेशन में हैं। अस्पताल के एक रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा, “जो लोग पॉजिटिव नहीं हैं, वे अधिक शिफ्ट में काम कर रहे हैं, जिससे सेवाएँ बाधित न हों।” वहीं लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और इससे जुड़े दो अस्पतालों में करीब 100 रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हैं। बताया जा रहा है कि लेडी हार्डिंग और आरएमएल दोनों में नियमित सर्जरी को रोका जा सकता है। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में, 175 स्टाफ सदस्यों में वर्तमान में कोविड है, जिनमें से 125 डॉक्टर हैं।

संसद भवन के 400 कर्मचारी कोविड पॉजिटिव

संसद भवन में भी कोरोना तेजी से फैल चुका है। यहाँ पर करीब 400 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि 4 से 8 जनवरी के बीच रेगुलर टेस्ट के दौरान ये कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए हैं। ये आँकड़ा बहुत बड़ा है और ये चिंता इसलिए और भी बढ़ गई है क्योंकि कुछ ही दिनों में बजट सत्र भी शुरू होना है। 400 से ज्यादा लोगों के पॉजिटिव आने के बाद संक्रमितों के संपर्क में आने वाले कर्मचारी आइसोलेशन में चले गए हैं। कई अधिकारी भी आइसोलेशन में हैं।

राज्यसभाः बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यसभा सचिवालय ने अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या सीमित कर दी है। जारी निर्देशों के मुताबिक, अंडर सेक्रेटरी स्तर से नीचे के करीब 50% कर्मचारियों को घर से ही काम करने को कहा गया है। गर्भवती महिलाओं और दिव्यांगों को ऑफिस आने को मना किया गया है। 

लोकसभाः यहाँ भी एक नया निर्देश जारी किया गया है। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, अंडर सेक्रेटरी स्तर से नीचे के 50 फीसदी कर्मचारी रोटेशन में ऑफिस आएँगे। ऐसे कर्मचारियों के ऑफिस आने का फैसला डायरेक्टर लेंगे। इसके अलावा सुबह 10 बजे से साढ़े 10 बजे तक ऑफिस आया जाएगा। इसी तरह जाने का भी एक समय तय कर दिया गया है। 

वहीं कोरोना के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए देश में आज से एहतियाती खुराक (Precautionary Dose) लगना शुरू हो गई है। कोरोना वैक्सीन की यह तीसरी खुराक बूस्टर डोज के रूप में दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने 25 दिसंबर को ही एहतियाती खुराक को लेकर ऐलान किया था। यह तीसरी खुराक फिलहाल हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ गंभीर बीमारियों से ग्रसित वरिष्ठ नागरिकों को ही दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साफ किया गया है कि एहतियाती खुराक के लिए किसी भी प्रकार के रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। पुराने रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही उन्हें कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक दी जाएगी। देश में 5.75 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज लगाई जाएगी। इनमें से एक करोड़ स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी, दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ 60 साल से अधिक उम्र के 2.75 करोड़ बुजुर्गों को भी वैक्‍सीन लगाई जानी है।

देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति

भारत में कोरोना वायरस के पिछले 24 घंटे में 1,79,723 केस सामने आए हैं। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में 44,388 केस सामने आए हैं। इस दौरान कोरोना से 146 लोगों की मौत हुई है। भारत में सबसे संक्रमित राज्यों की बात करें, तो महाराष्ट्र सबसे ऊपर है। यहाँ पिछले 24 घंटे में 44,388 केस सामने आए हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 24,287 केस, दिल्ली में 22,751, तमिलनाडु में 12,895 में, कर्नाटक में 12000 केस सामने आए हैं। 

भारत में रविवार (9 जनरी 2021) को मिले कुल केसों में 64.72% नए केस इन्हीं 5 राज्यों से मिले हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में अकेले 24.7% केस मिले हैं। देश में पिछले 24 घंटे में 146 लोगों की मौत हुई है। अब तक कोरोना महामारी से भारत में 4,83,936 जान गँवा चुके हैं। पिछले 24 घंटे की बात करें, तो सबसे ज्यादा मौतें केरल (44) में हुईं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में कोरोना से 18 लोगों की जान गई। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया