‘बन जाइए लव जिहाद को प्रमोट करने वाली गैंग का मेंबर’: नसीरुद्दीन शाह को मुकेश खन्ना ने धोया, कहा- कट्टर हो गया है अच्छा एक्टर

मुकेश खन्ना और नसीरुद्दीन शाह (तस्वीर साभार: मुकेश खन्ना का इंस्टाग्राम)

पूर्व एक्टर मुकेश खन्ना ने नसीरुद्दीन शाह को उनकी कट्टरता देखने के बाद लताड़ लगाई है। शाह ने कुछ दिन पहले कहा था कि मुस्लिमों से नफरत करना आजकल फैशन हो गया। पढ़े-लिखे लोग भी मुस्लिमों से नफरत करते हैं। उनकी इसी बयान पर मुकेश खन्ना ने उन्हें लव जिहाद की तमाम घटनाएँ बताईं और तमाम घटनाओं का जिक्र करते हुए पूछा कि आखिर देश में मुस्लिम कैसे खतरे हैं।

मुकेश खन्ना ने अपने यूट्यूब चैनल ‘भीष्म इंटरनेशनल’ पर नसीरुद्दीन की उजागर होती कट्टरता पर बात की। वह बोले कि FTII के समय नसीरुद्दीन उनके क्लासमेट थे। लेकिन आज वो उन्हें देख और सुनकर काफी हैरान होते हैं। उन्हें लगता था कि कलाकार की कोई जाति-मजहब नहीं होता क्योंकि वो हर तरह के रोल निभाता है। लेकिन आज जब वो नसीरुद्दीन शाह को एक बेहतरीन एक्टर से कट्टर बनते हुए देखते हैं तो उन्हें हैरानी होती है।

उन्होंने इस वीडियो को साझा करते हुए अपने इंस्टा पर लिखा, “एक बेहतरीन एक्टर इतनी घटिया और बचकानी बात कह सकता है ये मुझे नसीरुद्दीन शाह को देख कर पता चला।” उन्होंने नसीरुद्दीन पर निशाना साधते हुए लिखा, “कहते हैं हिंदुस्तान में मुसलिम सुरक्षित नहीं! साक्षी, श्रद्धा, अंकिता कांड, कानपुर हनुमान मंदिर में तोड़ फोड़ के अलावा दिन दहाड़े एक दर्ज़ी की गर्दन काटने की वीभत्स घटना के बाद भी आप कहने का दुस्सहास रखते हैं कि हमारे देश में मुस्लिम सुरक्षित नहीं हैं।”

एक्टर नसीरुद्दीन को फटकारते हुए कहते हैं, “अरे कोई सुरक्षित नहीं हैं तो वो 100 करोड़ हिन्दू ही हैं। आप कट्टर बन चुके हैं जो एक एक्टर को शोभा नहीं देता। ऐसा है तो शामिल हो जाइए लव जिहाद की टीम को प्रमोट करने वाली गैंग में। विचार आपने करना हैं वरना लोगों ने आपकी फ़िल्मे देखना बंद कर देना है। भगवान आपको सद्बुद्धि दे।”

बता दें कि पिछले कुछ सालों से नसीरुद्दीन शाह अपने कट्टर बयानों के कारण चर्चा में आते रहते हैं। ताज सीरीज में नजर आने वाले नसीरुद्दीन ने हाल में कहा था, “ऐसे कंटेंट्स परोसे जा रहे हैं जो विशुद्ध और खुला प्रोपेगंडा है, जो इस समय के बारे में बहुत कुछ बताता है। मुस्लिमों से घृणा करना आजकल फैशन बन गया है, यहाँ तक कि शिक्षित लोगों के बीच भी। ये चीजें सत्ताधारी पार्टी ने देश के लोगों की नसों में घुसा दी है। हम सेक्युलरिज़्म और लोकतंत्र की बातें करते हैं, लेकिन हर चीज में धर्म को घुसाने की क्या ज़रूरत है? चुनाव आयोग चुपचाप ये सब देख रहा है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया