नीरज चोपड़ा ने गोल्ड तो किशोर जेना ने सिल्वर पर मारा भाला, एशियन गेम्स में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: जानिए मिले कितने मेडल

एशियन गेम्स में जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा पहले तो किशोर जेना दूसरे स्थान पर रहे

चीन के हांगझाऊ में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया है। भारत ने अब तक कुल 83 पदक जीते हैं, जिसमें 17 स्वर्ण पदक हैं। इससे पहले वर्ष 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित एशियाई खेलों में भारत ने कुल 70 पदक जीते थे जिसमें 16 स्वर्ण पदक थे।

वहीं भाला फेंक (Javelin Throw) में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। वहीं दूसरे स्थान पर भी भारतीय खिलाड़ी किशोर जेना का नाम रहा, जिन्होंने रजत पदक अपने नाम किया। जहाँ नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर दूर भाला मारा, वहीं किशोर जेना ने 87.54 मीटर दूर भाला फेंका। इसके साथ ही किशोर जेना भी पेरिस में होने वाले ओलंपिक में क्वालीफाई कर गए हैं।

अभी हांगझाऊ खेलों में 4 दिन और बाकी हैं इसलिए यह संख्या आगे और बढ़ेगी। हांगझाऊ खेलों का समापन 8 अक्टूबर 2023 होगा। इसकी भी पूरी पूरी संभावना है कि भारत खेलों के समापन से पहले स्वर्ण पदक के मामले में भी नया रिकॉर्ड बना सकता है।

भारत ने इन खेलों में अब तक 17 स्वर्ण, 34 रजत और 32 कांस्य पदक जीत लिए हैं। भारत के लिए रिकॉर्ड तोड़ने वाला पदक तीरंदाजी की टीम ने झटका। ओजस प्रवीन डोताले और ज्योति सुरेखा वेन्नम ने 4 अक्टूबर को सुबह तीरंदाजी प्रतियोगिता में यह पदक दक्षिण कोरिया के तीरंदाजों को हरा कर जीता।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की इस उपलब्धि पर खिलाड़ियों को बधाई दी है और इसे पूरे देश के लिए एक गर्व का पल बताया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि हर एक पदक कड़ी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

युवा एवं खेल तथा सूचना प्रसारण मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा है कि हमारे टैलेंटेड एथलीट ने यह उपलब्धि पाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा है कि जब तक इन खेलों की समाप्ति होने तक यह गिनती जारी है।

हांगझाऊ खेलों में भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर है। चीन 304 पदक के साथ पहले, जापान 135 पदक के साथ दूसरे और कोरिया 144 पदक के साथ तीसरे स्थान पर है। चीन ने 66 जबकि जापान और कोरिया ने क्रमशः 35 तथा 33 स्वर्ण पदक जीते हैं।

भारत का वर्ष 2018 तथा 2023 हांगझाऊ एशियन खेलों में पुराने सभी प्रदर्शनों को पीछे छोड़ना दिखाता है कि देश में खेलों पर बीते वर्षों में किए गए काम जैसे कि खेलो इंडिया और खिलाड़ियों के लिए नई सुविधाएँ तैयार करना अपना प्रभाव दिखा रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया