‘पूनम पांडे को कैंसर जागरूकता अभियान का चेहरा बना रही मोदी सरकार’: स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया खंडन, बताया- नहीं बना रहे ब्रांड एंबेसडर

पूनम पांडे (तस्वीर साभार: हिंदुस्तान टाइम्स)

सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता फैलाने के लिए भारत सरकार के राष्ट्रीय अभियान की ब्रांड एंबेसडर पूनम पांडे नहीं होंगी। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने खुद दी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार (7 फरवरी 2024) को कहा कि एक्ट्रेस पूनम पांडे को सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता फैलाने के लिए सरकार के राष्ट्रीय अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने पर विचार नहीं किया जा रहा है।

बता दें कि इससे पहले सोशल मीडिया पर खबर फैली थी सर्वाइकल कैंसर के लिए पूनम पांडे को जागरूकता अभियान का चेहरा बनवाने के लिए उनकी टीम, मंत्रालय के अधिकारियों से बात कर रही है। हालाँकि अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि उनका ऐसा कोई विचार नहीं है।

सोशल मीडिया पर फैली खबर

गौरतलब है कि अभिनेत्री पूनम पांडे ने कुछ दिन पहले अपनी मौत की झूठी खबर फैलाकर सबको हैरानी में डाल दिया था। लेकिन एक दिन बाद उन्होंने एक वीडियो डाल बताया था, “मैं आप सभी के साथ कुछ महत्वपूर्ण शेयर करने के लिए मजबूर महसूस कर रही हूँ? मैं यहाँ हूँ, जीवित हूँ। सर्वाइकल कैंसर ने मुझे नहीं मारा, लेकिन दुखद है कि इसने हजारों महिलाओं की जान ले ली है, जो इस बीमारी से निपटने के बारे में ज्ञान की कमी के कारण पैदा हुईं।”

उन्होंने अपने इंस्टा पर वीडियोज डाल दावा किया कि उन्होंने इतना बड़ा कारनामा सिर्फ सर्वाइकल कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए किया।

हालाँकि जागरूकता फैलाने के लिए किया गया उनका ये स्टंट लोगों को पसंद नहीं आया। लोगों ने इसकी निंदा की। वहीं पूनम पांडे ने फिर जोर देकर कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए क्योंकि आज सर्वाइकल कैंसर हजारों महिलाओं की जान ले रहा है।

उन्होंने कहा कुछ अन्य कैंसरों के विपरीत सर्वाइकल कैंसर को पूरी तरह से रोका जा सकता है। इसकी कुंजी एचपीवी वैक्सीन और शीघ्र पता लगाने वाले परीक्षणों में निहित है। हमारे पास यह सुनिश्चित करने के साधन हैं कि इस बीमारी से किसी की जान न जाए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया