‘खिलाड़ियों की थोड़ी सी जिंदगी निजी भी रहने दो यार’: प्राइवेसी की चिंताओं के बीच प्रदर्शन पर भी पड़ता है फर्क, रोहित शर्मा का गुस्सा बिल्कुल सही

रोहित शर्मा ने प्राइवेसी जैसे अहम मुद्दे को उठाया (फोटो साभार : R Media)

क्या खिलाड़ियों का निजी जीवन नहीं है? क्या वो प्रैक्टिस के दौरान किसी से चुपचाप बात भी नहीं कर सकते? क्या उनके जीवन के हर सेकंड को टीवी पर दिखाना जरूरी है? क्या खिलाड़ियों के पास निजी जीवन जैसा कुछ बचा है? ये सवाल अक्सर उठता रहा है, लेकिन अब इसलिए उठा है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े चेहरों में से एक रोहित शर्मा ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने प्रसारण चैनल स्टार स्पोर्ट्स को सार्वजनिक तौर पर फटकार भी लगाई है।

स्टार स्पोर्ट्स के कैमरामैन और पूरी क्रू को अपने आसपास ही पाने वाले रोहित शर्मा के सब्र का बाँध आखिर टूट गया। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स को फटकार लगाते हुए खिलाड़ियों को बख्शने के लिए भी कहा है। रोहित शर्मा ने इस मामले को लेकर एक्स पर लंबा पोस्ट लिखा।

रोहित शर्मा ने लिखा, ‘क्रिकेटर्स की जिंदगी काफी दखलंदाजी वाली बन गई है। कैमरे हमारे हर कदम और बातचीत को रिकॉर्ड कर रहे हैं, जो हम अपने निजी तौर पर अपने दोस्तों, साथियों, ट्रेनिंग के दौरान और मैच वाले दिन करते हैं। स्टार स्पोर्ट्स ने रिकॉर्डिंग के लिए मना करने के बाद भी न सिर्फ वो किया, बल्कि उसे ऑन एयर भी कर दिया, जो गोपनीयता का उल्लंघन है। एक्सक्लूसिव कंटेंट पाने और सिर्फ व्यूज पाने अलावा इंगेजमेंट पर फोकस करना एक दिन फैन्स, क्रिकेटर्स और क्रिकेट के बीच विश्वास खो देगा।’

रोहित शर्मा ने उठाया बड़ा सवाल

रोहित शर्मा ने जो मुद्दा उठाया है, वो मुद्दा उनका अकेले का नहीं है। बहुत सारे खिलाड़ी इस बात से परेशान होते हैं, लेकिन बात सिर्फ खिलाड़ियों तक ही सीमित नहीं है। उनकी लाइफस्टाइल को बेचने का भी उन प्रसारकों के लिए जरूरी हो गया है, क्योंकि उसके ही कोई प्रोडक्ट बिकेगा और फिर उससे कमाई होगी। एक्सक्लूसिव फुटेज के प्रसारण के दौरान उनके पास पैसा देने वाले ब्रांड यानी स्पॉन्सर्ड भी होते हैं, ऐसे में वो भी उस महीन रेखा को भूल जाते हैं, जिसका ध्यान रखा जाना नितांत आवश्यक है।

दरअसल, भारत में क्रिकेटरों की जिंदगी से जुड़े हरेक पहलू को लोग जानना चाहते हैं। सोशल मीडिया के इस ‘रीलयुग’ में खिलाड़ियों का होना ही उसके व्यूज और उससे जुड़ी कमाई की गारंटी बन जाती है। फिर सैकड़ों-हजारों करोड़ रुपए देकर प्रसारण अधिकार हासिल करने वाली ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों का भी क्या ही कसूर है? उन्हें भी प्रॉडक्ट बेचना है। उन्हें एयर टाइम भी बेचना है और उसके लिए भी एक भारी भरकम टीम काम पर लगी होती है। ऐसे में कुछ एक्सक्लूसिव ‘मसाला’ उनके लिए फायदे का सौदा हो जाता है।

कुछ दिन पहले ही रोहित शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो स्टार स्पोर्ट्स के कैमरामैन को रिकॉर्डिंग से मना कर रहे थे। लेकिन कैमरामैन ने न सिर्फ उन पलों को रिकॉर्ड किया, बल्कि रोहित शर्मा के रोकने के बावजूद स्टार स्पोर्ट्स की प्रोग्रामिंग टीम ने उसे ऑन एयर भी कर दिया। दरअसल, यहाँ चैनल के लिए काम कर रहे प्रोग्रामरों पर भी दबाव होता है, ‘हिट’ कार्यक्रमों को देने का। ऐसे में कुछ ‘मसाला’ उन्हें वो भी करने की ताकत दे देता है, जैसा रोहित शर्मा के साथ हुआ। सोचिए, ये किस तरह के बाजारीकरण के दौर में हम आ गए हैं, जहाँ किसी खिलाड़ी की जिंदगी का हरेक सेकंड किसी चैनल के लिए बेचने का प्रोडक्ट हो सकता है।

वैसे, एक और वाकया कुछ दिन पहले रोहित शर्मा के साथ हुआ था, जब केकेआर की सोशल मीडिया टीम ने रोहित शर्मा और अभिषेक नायर के बीच की निजी बातचीत भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था। उस वीडियो के सामने आने के बाद तमाम तरह की सुगबुगाहट शुरू हो गई। कुछ ही घंटों में वो वीडियो डिलीट कर दिया गया, लेकिन उस वीडियो का जो असर होना था, वो हो गया। ऐसे में रोहित शर्मा जो सवाल उठा रहे हैं, वो बिल्कुल वाजिब है।

रोहित शर्मा का गुस्सा भी वाजिद लगता है। लेकिन रोहित शर्मा ही नहीं, बल्कि हमें भी ये सोचने की जरूरत है कि स्टार स्पोर्ट्स की आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि उसने रोहित शर्मा के मना करने के बावजूद उनका फुटेज जारी करने का जोखिम उठाया। वैसे, इसका सीधा जवाब बाजार से जुड़ेगा, जिसके लगभग हम सभी गुलाम बन चुके हैं, हम मानें या न मानें।

आज के युग में जहाँ विराट कोहली अपनी शादी की फुटेज बाहर न जाए, इसके लिए इटली में जाकर शादी करते हैं। महेंद्र सिंह धोनी चोरी-चुपके शादी करते हैं। ये खिलाड़ी बाहर तो कूल दिखते हैं, लेकिन जब बात निजी जिंदगी की आती है, तो ये भी बाजार के दबाव में आ जाते हैं, या फिर बाजार से फायदा उठाने की कोशिश करने लगते हैं। विराट कोहली ने अपनी बच्ची का चेहरा टीवी स्क्रीन पर न दिखे, इसके लिए काफी मशक्कत की थी। फिल्मी सितारों की शादियों के एलबम बिकने तक की खबरें आती रही हैं। ऐसे में जब हम सभी बाजार से जुड़ चुके हैं, तो बाजार के खिलाड़ियों चाहे वो क्रिकेटर हों या ब्रॉडकास्टिंग कंपनी स्टार स्पोर्ट्स, सभी को निजी जीवन को पहचानने और उसे स्पेस देने की जरूरत है, क्योंकि हमने इसी बाजार के दबाव और फोटो के चक्कर में प्रिंसेज डायना जैसे हादसे भी देखे हैं, तो कैमरों के दबाव में आकर खिलाड़ियों का बर्बाद होना भी देखा है। ऐसे में ‘कुछ तो निजी रहने दो न यार…।’

श्रवण शुक्ल: Shravan Kumar Shukla (ePatrakaar) is a multimedia journalist with a strong affinity for digital media. With active involvement in journalism since 2010, Shravan Kumar Shukla has worked across various mediums including agencies, news channels, and print publications. Additionally, he also possesses knowledge of social media, which further enhances his ability to navigate the digital landscape. Ground reporting holds a special place in his heart, making it a preferred mode of work.