शुक्रवार (मई 3, 2019) को ओडिशा में आए चक्रवाती तूफान फोनी से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए आज (मई 6, 2019) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भुवनेश्वर पहुँचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण के जरिए तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया और उससे हुई तबाही से उबरने के लिए ₹1000 करोड़ की तत्काल मदद का ऐलान भी किया। बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से पहले ही ₹381 करोड़ के मदद की घोषणा की जा चुकी है।
इस दौरान पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की प्रशंसा की। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नवीन बाबू ने हर चीज की योजना बहुत अच्छी तरह से बनाई और केंद्र सरकार उन्हें इन सभी चीजों को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। पीएम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की टीमों और स्थानीय जिला प्रशासन की टीमों ने मिलकर बेहतर ढ़ंग से काम किया। साथ ही उन्होंने ओडिशा के नागरिकों और मछुआरों की भी तारीफ करते हुए कहा कि यहाँ के लोगों ने जिस तरह से सरकार के हर निर्देश का पालन किया, वो सराहनीय है और इसी वजह से जान की हानि कम हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर कदम पर ओडिशा के साथ है।
जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ओडिशा की तरह पश्चिम बंगाल में भी चक्रवाती तूफान के बाद उत्पन्न स्थिति के लिए समीक्षा बैठक करना चाहते थे। इसके लिए वहाँ की सरकार को पत्र भी लिखा गया, लेकिन राज्य की ममता सरकार ने जवाब में कहा कि सरकारी अधिकारी चुनाव ड्यूटी में बिजी हैं, इसलिए समीक्षा बैठक नहीं हो सकती।
https://twitter.com/ANI/status/1125278736209694720?ref_src=twsrc%5Etfwइस तूफान से ओडिशा के 11 जिले प्रभावित हुए हैं। पुरी व खुर्दा पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। अभी भी बिजली, पानी और खाने के सामान की आपूर्ति सुचारू ढंग से शुरू नहीं हो पाई है। राज्य सरकार ने कहा है कि हालात को सामान्य बनाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। तूफान से 10 हजार गाँव व 52 शहरी इलाके प्रभावित हुए हैं और करीब एक करोड़ की आबादी इसकी चपेट में आई है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उम्मीद जताई है कि बहुत जल्द पुरी व भुवनेश्वर में बिजली-पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से होने लगेगी। इसके साथ ही उन्होंने रविवार (मई 5, 2019) को कहा कि प्रभावित इलाकों में अगले 15 दिनों तक सरकार लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराएगी।