तकनीकी विशेषज्ञ अक्सर ये कहते हैं कि आने वाला ज़माना ‘आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI)’ का है। वैसे भी, आजकल भी बोलने से सब कुछ हो रहा है। एलेक्सा से लेकर गूगल तक इसके उदाहरण हैं। अब इस दिशा में एक ऐसी खबर आई है, जो चौंकाने वाली है। ‘OpenAI’ कंपनी द्वारा लॉन्च किए गए चैटबॉट ‘Chat GPT’ ने MBA की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। अब विशेषज्ञ भी हैरान हैं कि ऐसे AI टूल्स का प्रयोग कैसे किया जा सकता है।
पेन्सिलवेनिया स्थित ‘Wharton School of Business’ के प्रोफेसर क्रिस्चियन टर्वीएश्च ने चिंता जताई है कि अब असाइनमेंट्स लिखते समय छात्र इसका गलत प्रयोग भी कर सकते हैं। हाल ही में उन्होंने एक रिसर्च पेपर जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि MBA की परीक्षा में ‘Chat GPA’ का परफॉरमेंस कैसा रहा। MBA के ‘ऑपरेशन्स मैनेजमेंट’ का फाइनल एग्जाम इस चैटबॉट को दिलाया गया था। केस स्टडीज पर आधारित सवालों पर भी इसने अच्छा प्रदर्शन किया है।
हालाँकि, उन्होंने कहा कि ज्यादा एडवांस प्रोसेस एनालिसिस के सवालों पर ज़रूर इसे कुछ दिक्कतें आईं। लेकिन, परीक्षा में उसने B से लेकर B- तक का ग्रेड हासिल करने की क्षमता दिखा दी। इसने लीगल डाक्यूमेंट्स तैयार करने में अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसके बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि ये अब बार की परीक्षाएँ भी उत्तीर्ण कर सकता है। ये सब तब, जब ये AI टूल अभी अपने विकास के शुरुआती चरण में ही है।
विशेषज्ञों ने कहा है कि ‘Chat GPT’ फ़िलहाल कहीं नहीं जा रहा है। उन्होंने प्रोफेसरों को खुद को इससे परिचित करने की सलाह देते हुए कहा कि ये भविष्य में और बेहतर होता जाएगा। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट ‘OpenAI’ में 10 बिलियन डॉलर (80976.25 करोड़ रुपए) का निवेश करने जा रहा है। गूगल इसे अपना प्रतिद्वंद्वी मान रहा है और इसके मुकाबले टूल्स विकसित करने में लग गया है। कॉपोरेट वर्ल्ड में ये क्रांति ला सकता है, जैसे कैलकुलेटर के अविष्कार से पहले सारी गणनाएँ मैन्युअली की जाती थीं।