10 मिनट में घर पहुँचेगा किराने का सामान, 19 साल के दो युवकों के स्टार्टअप को मिले ₹449 करोड़

कैवल्या वोहरा और आदित पालिचा (दाएँ), (साभार: ET)

क्विक कॉमर्स ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप Zepto ने नई ऊँचाई हासिल करते हुए $60 मिलियन जुटाया है। इस डिलीवरी ऐप को यूएस Y Combinator और Glade Brook Capital जैसे निवेशकों से फंडिंग में $60 मिलियन (तकरीबन 449 करोड़ रुपए) मिला है। 10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवरी करने वाली स्टार्टअप Zepto की शुरुआत मुंबई के 19 वर्षीय आदित पालिचा और कैवल्या वोहरा ने की है।

इस ऐप के जरिए घर के जरूरी सामानों को ऑनलाइन मँगाने के लिए आपको काफी पहले से बुकिंग करने की जरूरत नहीं होगी। महज 10 मिनटों में सामान आपके दरवाजे पर होगा। भारत में कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के बीच इसे काफी बढ़ावा मिला। 

मुंबई स्थित स्टार्टअप ने रविवार (31 अक्टूब, 2021) को एक बयान में कहा कि उसे पहले से ही नेक्सस वेंचर, ग्लोबल फाउंडर्स और सिलिकॉन वैली के एंजेल निवेशक लैची ग्रूम और नीरज अरोड़ा का समर्थन प्राप्त है। सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पलिचा ने सटीक मूल्यांकन का खुलासा किए बिना कहा कि फर्म का वैल्यू ‘$200 मिलियन से $ 300 मिलियन के बीच’ है। वहीं रिसर्च फर्म रेडसीर के मुताबिक, इस साल के अंत तक क्विक कॉमर्स के 30 करोड़ डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है और 2025 तक बढ़कर $24 बिलियन होने की उम्मीद है। 

जानकारी के मुताबिक पालिचा और वोहरा ने पिछले साल स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग प्रोग्राम में एडमिशन लिया था, लेकिन स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला किया। मुंबई स्थित स्टार्टअप अपने ग्राहकों की संख्या का विस्तार करने, अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करने और नए शहरों में डार्क स्टोर्स की संख्या का विस्तार करने के लिए धन का इस्तेमाल करेगा। 

यह फिलहाल बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में उपलब्ध है और अगले 30 दिनों में हैदराबाद, चेन्नई, पुणे और कोलकाता में लॉन्च होगा। इस साल के अंत तक इसकी 100 डार्क स्टोर्स तक विस्तार करने की योजना है, जिससे लगभग 100 पिन कोड की सर्विसिंग होगी। इसका उद्देश्य 10 मिनट के अंदर सामान की डिलीवरी करना है।

कोफाउंडर पलिचा ने इकॉनॉमिक्स टाइम्स को बताया, “कोई भी भारत में व्यापक रूप से कॉमर्स में परफेक्ट नहीं है। यदि इस मॉडल पर अमल करने वाली कुछ पुरानी कंपनियों को देखें तो उनमें से अधिकतर फोकस्ड नहीं हैं। वे एक साथ कई अलग-अलग चीजों में शामिल हो जाते हैं, जो किसी भी कंपनी के लिए गिरावट का सबसे बड़ा कारण है।”

फिलहाल कंपनी में वेयरहाउसिंग स्टाफ को छोड़कर 300 कॉर्पोरेट कर्मचारी हैं और अगले कुछ महीनों में इसे चौगुना करने की योजना है। पालिचा ने कहा कि राजस्व के मामले महीने दर महीने 200% बढ़ रहे हैं। उनके मुताबिक, Zepto की डिलीवरी का औसत समय करीब आठ मिनट है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया