सोशल मीडिया में अधजली लाशों का एक वीडियो वायरल हुआ था। दावा किया जा रहा था कि ये शव पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों के हैं। एनआरएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिंपल ने इस वीडियो को फेक बताया है। उन्होंने इस संबंध में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है।
ABP न्यूज़ चैनल के जर्नलिस्ट विकास भदौरिया ने एक विडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा है – “तस्वीरें विचलित कर सकती हैं। कोलकाता नगर निगम 13 बुरी तरह सड़े हुए शवों को जलाने के लिए न्यू गोरिया श्मशान घाट लाया। उनसे तेज़ दुर्गंध उठ रही थी। स्थानीय निवासियों के विरोध के चलते लाशों को वापस ले जाना पड़ा। शवों के साथ अमानवीय और शर्मनाक व्यवहार, सरकार के असभ्य रवैये का प्रतीक है।”
नीचे वीडियो है, जो हृदय विदारक है – एकदम विचलित कर सकने वाली!
https://twitter.com/vikasbha/status/1271012495512256512?ref_src=twsrc%5Etfwइस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग तेज बदबू के कारण अपनी नाक बंद कर रहे हैं जबकि कुछ लोग बेहद बुरी तरह से आधी जली हुई लाशों को एम्बुलेंस में भरकर किसी और जगह ले जाने की तैयारियाँ कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बंगाल में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 9328 मामले सामने आ चुके हैं जबकि यहाँ का रिकवरी रेट 36.60% की दयनीय स्थिति में है। ममता बनर्जी के बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के कारण कुल 432 मौतें हो चुकी हैं। जबकि पूरे भारत में अब तक इस वायरस के संक्रमण से कुल 8102 मौतें दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही भारत में अब तक कुल 1,37,448 मामले कोरोना संक्रमण के सामने आ चुके हैं।