4 घंटे तक 17 लोगों ने किया रेप, पति को बना लिया था बंधक: पीड़िता है 5 बच्चों की माँ, झारखंड सरकार को BJP ने घेरा

झारखंड में सामूहिक दुष्कर्म (प्रतीकात्मक चित्र)

झारखंड के दुमका जिले में सामूहिक दुष्कर्म का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 5 बच्चों की माँ के साथ कुल 17 लोगों ने बलात्कार की घटना को अंजाम दिया है। वारदात के दौरान आरोपितों ने पीड़िता के पति को बंधक बना लिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने 17 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है।

अभी तक इस मामले में 1 आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस घटना पर डीआईजी सुदर्शन मंडल ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू कर दी है। घटना के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हर मंगलवार दुमका जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत उनके गाँव में साप्ताहिक हाट (बाज़ार) लगता है। रात के 8 बजे पीड़िता और उनका पति हाट से घर की तरफ लौट रहे थे। थोड़ी दूर आगे बढ़ने के बाद 17 लड़कों ने दोनों को घेर लिया, जिसमें सभी युवक नशे में धुत थे। इसके बाद लगभग 5 लड़कों ने पीड़िता के पति को और 2 ने पीड़िता को पकड़ लिया। वह पीड़िता को झाड़ियों की तरफ ले गए और रात के 12 बजे तक सभी ने उनके साथ बलात्कार किया। 

आरोपितों ने पीड़िता और उसके पति को घटना की जानकारी किसी और को देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। वारदात के बाद पीड़िता ने बुधवार (9 दिसंबर 2020) की सुबह पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि एक आरोपित (राम मोहली) को पहचानती है। इसके अलावा उसने किसी भी अन्य आरोपित को पहचानने से इनकार किया है।

सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी मिलने के बाद डीआईजी और एसपी अंबर लकड़ा ने पीड़िता से मुलाक़ात की। पीड़िता के बयान के आधार पर उन्होंने त्वरित जाँच और आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।

https://twitter.com/ANI/status/1336846555823755268?ref_src=twsrc%5Etfw

इसके बाद एसडीओपी विजय कुमार मुफ्फसिल थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह मामले की जाँच में जुट गए हैं। इस मामले में अभी तक 1 आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है और उससे पूछताछ जारी है और पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। वहीं डीआईजी सुदर्शन मंडल का कहना है कि वारदात के आरोपितों की पहचान की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल करा दिया गया है, रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पिछले कुछ समय से झारखंड में इस तरह की तमाम घटनाएँ सामने आई हैं, लिहाज़ा इस घटना के सुर्ख़ियों में आने के बाद झारखंड की राज्य सरकार पर तमाम सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सामूहिक दुष्कर्म की इस घिनौनी वारदात पर झारखंड सरकार आलोचना की।

उन्होंने कहा, “इसे जंगलराज नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे? प्रदेश के भीतर बहू-बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं। उनके साथ लगातार इस तरह की वारदात अंजाम दी जाती है, दरिंदगी की सारी सीमाएँ पार की जाती हैं। इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों के मन से क़ानून-व्यवस्था का भय ख़त्म होता जा रहा है। इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार होगा?” 

           

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया