6 महीने से टीचर कर रहा था यौन शोषण, 11वीं की छात्रा ने की आत्महत्या, मामले को छिपाने पर प्रिंसिपल पर भी पॉक्सो के तहत केस दर्ज

प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार: एडोब स्टॉक)

तमिलनाडु के आरएस पुरम स्थित चिन्मय विद्यालय के भौतिकी विभाग के शिक्षक मिथुन चक्रवर्ती (31) द्वारा 11वीं कक्षा की छात्रा के यौन शोषण करने और बाद में छात्रा द्वारा आत्महत्या करने के मामले में शुक्रवार (12 नवंबर) को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, विद्यालय की प्रिंसिपल मीरा जैक्सन के खिलाफ POCSO एक्ट की धारा 21 के तहत केस दर्ज किया है। मीरा पर तथ्य को जानने के बावजूद उसे छुपाने का आरोप है। पुलिस को आशंका है कि आरोपित ने और भी छात्राओं के साथ ऐसा है।

आरोपित मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 9 (एल) (बार-बार बच्चे पर यौन हमला करना) के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा उस पर पॉक्सो एक्ट की धारा 10 (गंभीर यौन हमले के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अखिल महिला पुलिस (पश्चिम) ने इस मामले में एक बयान जारी कर कहा कि 17 वर्षीया लड़की स्कूल की ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ती थी और शिक्षक मिथुन चक्रवर्ती ने उसका यौन शोषण किया था। 11 नवंबर को वह उक्कडम स्थित अपने घर में मृत मिली मिली। रिपोर्ट्स से पता चला है कि आरोपित शिक्षक ने इस साल मार्च में स्पेशल क्लास के दौरान कई बार पीड़िता के साथ रेप किया था। इस मामले में पीड़िता ने कई बार शिक्षक के खिलाफ स्कूल मैनेजमेंट से शिकायत थी। इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि उसने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की और लड़की की काउंसलिंग की भी व्यवस्था की थी। वहीं, पीड़िता के पिता का आरोप है कि स्कूल ने कोई कार्रवाई की ही नहीं।

मृतका ने कई बार अपने माता-पिता से स्कूल बदलने के लिए कहा था, लेकिन उसने इसका कारण नहीं बताया था। हालाँकि, दो महीना पहले परिजनों उसका नाम आरएस पुरम के कॉर्पोरेशन स्कूल में लिखवा दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आत्महत्या जैसा घातक फैसला लेने से पहले उसने घटना वाले दिन शाम 4:45 बजे अपनी एक दोस्त से बात कर अपनी परेशानी बताई थी। शाम करीब सात बजे पीड़िता उसका दोस्त पीड़िता के माता-पिता को इस बारे में बताने के लिए उसके घर आया, लेकिन तब तक देर चुकी थी और पीड़िता अपनी जीवन लीला समाप्त कर चुकी थी।

मरने से पहले पीड़िता ने एक नोट लिखा था, जिसमें उसने आरोपित शिक्षक के अलावा भी उसका यौन शोषण करने वाले दो अन्य नामों का भी उल्लेख किया है। पुलिस को उसके फोन से एक ऑडियो क्लिप और चैट भी मिली है। ये ऑडियो क्लिप पीड़िता और आरोपी के बीच की बातचीत बताई जा रही है, जो इंटरनेट पर लीक हो गई।

चैट और ऑडियो क्लिप का विवरण

द न्यूज मिनट की रिपोर्ट में बताया गया है कि छह मिनट की कॉल रिकॉर्डिंग और कथित व्हाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट से इस बात का पता चलता है कि पीड़िता ने बहुत कुछ सहा था। ऑडियो क्लिप में जिस व्यक्ति को आरोपी माना जा रहा है, उसने लड़की को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने की कोशिश की। ऑडियो में आरोपित कहता है कि यह घटना उसके 8 साल के शिक्षक के कैरियर के तौर पर एकमात्र ‘स्लिप अप’ थी। आरोपित पीड़िता को उसके सीनियर्स से बात कर यह पूछने लिए कहता है कि क्या उन्होंने भी कभी ऐसा कुछ किया है। उसने कहा, “मुझे एक शिक्षक के रूप में आठ साल का अनुभव है। इतने सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ। अगर मैने गलत किया है तो आप अपने सीनियर्स से पूछिए। मैं केवल आपके मामले में फिसल गया। यह पूरी तरह से आकस्मिक था। अब दोबारा नहीं होगा।”

आरोपित ने पीड़िता पर उसे दुखी करने का आरोप लगाया। तब पीड़िता ने आरोपित से कहा कि वह उसके नजरिये से चीजों को नहीं देख पा रहा है। इस पर वह कहता है कि ‘कौमार्य केवल लड़कियों का ही नहीं, बल्कि लड़कों का भी होता है।’ आरोपित ने छात्रा को इमोशनली ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हुए कहा कि उस घटना के बाद से वह चैन से सो नहीं पाया। जब पीड़ित ने मैनेजमेंट से उसकी शिकायत करने की बात कही तो शिक्षक ने उस पर ‘सब कुछ बर्बाद करने’ का आरोप लगाया।

रिपोर्ट से पता चलता है कि शिक्षक के चंगुल से खुद को बचा नहीं पाने के कारण पीड़िता खुद को असहाय महसूस कर रही थी। पीड़िता ने कहा, “कोई नहीं जानता कि एक शिक्षक को कैसे रोका जाए। आप इसे हल्के में नहीं ले सकते।”

ऑडियो में शख्स ने पीड़िता से सवाल किया कि इस घटना के बाद क्या उसने उसे परेशान किया। उसने कहा, “उस रात सब कुछ खत्म हो गया था। उसके बाद क्या मैंने तुम्हें किसी तरह से परेशान किया? मैंने तुम्हें वचन दिया था कि मैं तुम्हारा नंबर नहीं रखूँगा। जब तुमने फोन किया तो मेरे पास तुम्हारा नंबर भी नहीं था। मैंने नंबर डिलीट कर दिया था।”

भावनात्मक रूप से टूट चुकी थी पीड़िता

इस घटना को लेकर पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि वह भावनात्मक रूप से टूट चुकी थी। चैट में उसने कहा, “अगर आप चाहते हैं कि मैं इस मुद्दे को छोड़ दूँ, तो कृपया स्कूल छोड़ दें। यह सबसे बड़ी मदद है जो आप मेरे लिए कर सकते हैं।”

पीड़िता की माँ ने कहा कि उसकी बेटी ने कथित तौर पर छह महीने तक यौन शोषण का सामना किया। वह बार-बार अपना स्कूल बदलने के लिए बोली, लेकिन इसका कारण कभी नहीं बताया। पीड़िता की माँ ने कहा कि लड़की ने घटना को लेकर प्रिंसिपल से संपर्क किया था, लेकिन प्रिंसिपल ने उसे अपने माता-पिता को इसके बारे नहीं बताने के लिए कहा और स्कूल में काउंसलिंग की व्यवस्था की। काउंसलिंग के दौरान उसे कथित तौर पर इस घटना को हल्के में लेने के लिए कहा गया था। सितंबर में पीड़िता के माता-पिता को टीसी मिली थी और उसी महीने आरोपित शिक्षक ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए स्कूल छोड़ दिया था।

पीड़िता के एक दोस्त ने कहा कि चक्रवर्ती ने फोन पर लड़की से दोस्ती की थी और एक बार पीड़िता को उसके घर भी छोड़ा था। पीड़िता के दोस्त ने कहा, “उसने (आरोपित ने) स्कूल में एक बार लड़की का यौन शोषण किया और कई बार उसे प्रताड़ित किया।” मिथुन की पत्नी उसी स्कूल में पढ़ाती है। लड़की की दोस्त ने आरोप लगाया कि उसे और प्रिंसिपल को इसके बारे में पता था, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। स्कूल ने कथित तौर पर पीड़िता पर ही आरोप लगाया कि उसने शिक्षक को उसे घर छोड़ने के लिए कहा था। स्कूल प्रशासन ने इस घटना की जानकारी से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि पीड़िता के माता-पिता ने स्कूल बदलने के लिए वित्तीय कारणों का हवाला दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया