‘मंदिर में मांस फेंकने से बेहोश हो जाते हैं हिंदू’: 3 मुस्लिम नाबालिगों ने जो वीडियो में देखा वही राजस्थान में किया, कोर्ट ने छोड़ दिया; देवस्थान की दीवारों पर चिपके मिले थे लोथड़े

राजस्थान के जयपुर में हिन्दू मंदिर में 3 नाबालिग मुस्लिमों द्वारा फेंका गया मांस (चित्र साभार- X/@WorldHindiTV)

राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक मंदिर के भीतर मांस के टुकड़े फेंके जाने का मामला सामने आया है। इस घटना से नाराज हिन्दू समुदाय के लोगों ने एकजुट हो कर विरोध जताया। पुलिस ने 3 नाबालिगों को हिरासत में लिया है जो कि मुस्लिम वर्ग के बताए जा रहे हैं। मांस फेंकने के पीछे तीनों आरोपितों की मंशा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहोश करने की थी। मंदिर परिसर को धुलवा कर फिर से शुद्ध करवाया गया है। घटना 29-30 मार्च 2024 की बताई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना जयपुर के भट्टा बस्ती इलाके की है। यहाँ बना लक्ष्मीनारायण मंदिर आसपास के हिन्दुओं की आस्था का केंद्र है। 31 मार्च की सुबह यहाँ जब श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आए तो उन्होंने मंदिर की दीवारों पर मांस के लोथड़े चिपके देखे। इस से लोगों में आक्रोश पनप गया। कुछ ही देर में मंदिर में लोगों की भीड़ जमा होने लगी। आसपास के हिन्दू संगठन के सदस्यों को पता चला तो वो मांस फेंकने वालों पर कड़ी कार्रवाई की माँग करने लगे। मंदिर के अंदर का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुँची और जाँच में जुट गई। भट्टाबस्ती की रहने वाले 70 वर्षीया बुजुर्ग दमयंती ने इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई। जाँच कर रहे पुलिस अधिकारी ने आसपास के CCTV फुटेज खँगाले। इन वीडियो में मुस्लिम समुदाय के 3 नाबालिग दिखे जिनकी उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है। तीनों को पहचान कर के हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में तीनों नाबालिगों ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखी थी। इस वीडियो में दिखाया गया था कि मंदिर में मांस फेंकने की वजह से हिन्दू बेहोश हो जाते हैं।

बताया जा रहा है कि इसी वीडियो को देख कर तीनों ने असल जीवन में ऐसा करने की प्लानिंग की। अपने प्लान को अंजाम देने के लिए तीनों आरोपित मीट बेचने वाली दुकान पर गए। यहाँ उन्होंने मांस खरीदा और रात होने का इंतजार किया। जब अँधेरा हो गया तो इन तीनों ने मंदिर परिसर में मांस फेंका और भाग निकले। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत करवाया। मंदिर परिसर को गंगाजल से धुलवा कर शुद्ध करवाया गया है। पूजा-पाठ फिर से चालू हो गया है। फिलहाल हालात सामान्य बताए जा रहे हैं। इस मामले में प्रशासन जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया