5 पुलिसकर्मी निलंबित, एस्कॉर्ट टीम से माँगा स्पष्टीकरण: मनीष कश्यप के वीडियो पर बिहार सरकार का एक्शन, कहा था – ‘चारा चोर का बेटा नहीं हूँ, नहीं झुकूँगा’

मनीष कश्यप कोर्ट में पेशी के दौरान जम कर गरजे थे (फोटो साभार: वायरल विडियो का स्क्रीनग्रैब)

बिहार पुलिस ने 22 सितंबर को ‘सच तक न्यूज़’ यूट्यूब चैनल के संस्थापक मनीष कश्यप को राजधानी पटना में स्थित कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान मनीष ने मीडिया से बात की थी। इसको लेकर अब प्रशासन ने 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, मनीष कश्यप ने RJD सुप्रीमो लालू यादव और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह चारा चोर के बेटे नहीं हैं। इसलिए डरेंगे नहीं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पटना SSP राजीव मिश्रा ने 5 पुलिसकर्मियों के सस्पेंशन की पुष्टि की है। साथ ही कहा कि मामले की जाँच की जा रही है। साथ ही मनीष कश्यप को बेऊर जेल से कोर्ट लाने और ले जाने वाली एस्कॉर्ट टीम में शामिल पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण माँगा गया है। मनीष कश्यप का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस पर संज्ञान लिया है।

वहीं ‘आर्थिक अपराध शाखा’ के एडीजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि जुडिसियल कस्टडी के दौरान मनीष कश्यप ने जो बातें कहीं थीं, उस पर पटना एसएसपी को जाँच करने के लिए कहा गया था।

क्या बोले थे मनीष कश्यप?

दरअसल 22 सितंबर, 2023 को मनीष कश्यप ने पटना कोर्ट के बाहर मीडिया से बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था, “फौजी का बेटा हूँ, चारा चोर का नहीं। मर जाऊँगा लेकिन मैं इन लोगों के सामने झुकूँगा नहीं।” इस दौरान मनीष कश्यप ने कहा था कि वो जेल से निकलने के बाद सरकार चला कर बताएँगे कि सरकार कैसे चलाई जाती है।

मनीष कश्यप ने अपनी हथकड़ी दिखाते हुए कहा था कि ये इस बार एक ईमानदार आदमी के हाथ में लगी है। उन्होंने कहा कि वो 6 महीने से कुछ नहीं बोल रहे, चुपचाप कोर्ट में आते हैं और चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि वो नहीं डरेंगे। उन्होंने बताया कि उनके दादाजी ने चीन के खिलाफ युद्ध लड़ा था, उनके पिता ने पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने पूछा कि बिहार पुलिस के पास हिम्मत है उन लोगों के खिलाफ केस करने की जिन्होंने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को पीटा?

अपनी माँ से मिलते हुए मनीष कश्यप ने कहा था कि उनकी माँ रो रही हैं, लेकिन जब वह जेल से बाहर आएँगे तो दूसरों की माँओं के आँसू पोछेंगे। मनीष कश्यप बोले, “मैं इतने दिन से चुप हूँ। आज बोलूँगा। NSA से मैं डरने वाला नहीं हूँ। मैं नशा के विरोध में अभियान चलता हूँ, लेकिन जेल में पुलिस अधिकारी स्मैक, गाँजा और सिगरेट वगैरह पहुँचवाते हैं। कॉन्स्टेबल नहीं, ये स्टार वाले। वहाँ गाँजा-सिगरेट पीकर मेरे मुँह पर फूँक दिया जाता है। सुरक्षा का कोर्ट में कोई इंतजाम नहीं रहता है। पत्रकार की स्वतंत्रता की बात करने वाले नीतीश कुमार चेक कराएँ जेल में। 2 ग्राम स्मैक से सालों की सज़ा हो जाती है, लेकिन जेल में इतना स्मैक आता है और कुछ नहीं होता।”

उन्होंने यह भी कहा था अधिकतर कॉन्स्टेबल ईमानदार हैं और उन्हें निलंबित कर दिया जाता है, जबकि अधिकतर अधिकारी भ्रष्ट हैं और वो कार्रवाई से बच जाते हैं। बता दें कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए वीडियो बनाने के कारण मनीष कश्यप को गिरफ्तार कर तमिलनाडु पुलिस को सौंप दिया गया था, अब वो बिहार की जेल में बंद हैं। हाल ही में उनकी माँ ने पीड़ित मजदूरों से मिल कर उन्हें वित्तीय मदद भी दी थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया