बदायूँ गैंगरेप: प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल कर फाड़ी गई महिला की आँत, खून रोकने के लिए ठूँसी गई रुई और कपड़ा

बदायूँ गैंगरेप केस (साभार: अमर उजाला)

उत्तर प्रदेश के बदायूँ में अधेड़ उम्र की महिला के साथ हुआ दुष्कर्म दिल्ली के निर्भया कांड की याद दिलाने वाला है। पूरा मामला उघैती थाना क्षेत्र का है। वहाँ एक 50 वर्षीय महिला रविवार (जनवरी 3, 2021) को मंदिर जाने के लिए घर से तो जरूर निकली। लेकिन बाद में खून से लथपथ उसकी लाश मिली। पोस्टमार्टम हुआ तो उसके साथ हुई नृशंसता का खुलासा हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के साथ केवल गैंगरेप ही नहीं किया गया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई और उसके भीतर के अंगों (आंँतों) को भी फाड़ दिया गया। दुष्कर्म के दौरान महिला का एक पैर और पसली भी तोड़ी गई। जाँच में पता चला कि महिला के शरीर से सारा खून बह जाने के कारण उसकी मौत हुई।

शव का पोस्टमार्टम करते हुए स्वयं तीन महिला डॉक्टरों का पैनल हैरान हो गया। जाँच में उन्होंने पाया कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों ने पहले महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड घुसाई और जब खून तेजी से बहने लगा तो उसे रोकने के लिए उन्होंने गुप्तांग में कपड़े व रुई घुसा दी। घटनास्थल पर महिला के सारे कपड़े खून से सने मिले थे।

महिला के साथ हैवानियत की हद पार करने वालों में एक का नाम महंत बाबा सत्यनारायण है और दूसरा उसका साथी वेदराम व तीसरा सत्यनारायण का ड्राइवर जसपाल है। कथिततौर पर, तीनों ने महिला के साथ पहले बर्बतापूर्वक बलात्कार किया जिसके बाद उसी रात 12 बजे उसकी मौत हो गई। 

बता दें कि इस घटना को लेकर महिला के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह सूचित किए जाने के बावजूद घटनास्थल पर समय से नहीं पहुँचे। और जब पहुँचे तब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

मीडिया खबरों के अनुसार, महंत ने महिला के कुएँ में गिरने की कहानी बना कर पहले दोनों आरोपितों को मदद के लिए बुलाने की बात कही और ऐसे जाहिर किया जैसे पता ही नहीं कि हुआ क्या। इसके बाद पुलिस उन्हीं के बयान के आधार पर टालमटोल करने लगी। वहीं इंस्पेक्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने दावा भी किया कि उन्होंने महिला कांस्टेबल से महिला का शरीर दिखवाया था, लेकिन उसके शरीर पर ऐसा कोई चोट का निशान नहीं मिला था। 

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पुलिस की लापरवाही के उजागर होने के बाद एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है। वहीं तीनों आरोपितों में दो को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। बदायूँ के एसएसपी ने बताया कि 50 साल की महिला की मौत के मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 और 376 डी के तहत मामला दर्ज किया है। फरार आरोपित की धड़-पकड़ के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, मृतक महिला के पति का कहना है कि घटना वाले दिन देर रात महंत और उसके दो लोग उनकी पत्नी को अपने साथ लेकर आए और उनके सामने उसके कुएँ में गिरने की झूठी कहानी बनाई। पति के मुताबिक, महिला उस समय जिंदा थी, इससे पहले वह तीनों से कुछ पूछ पाते, वह सारे गाड़ी छोड़ कर वहाँ से फरार हो गए।  थोड़ी देर में महिला ने भी दम तोड़ दिया। उसके गुप्तांग समेत शरीर के कई हिस्सों पर कई चोटें थी। महिला के बेटे ने कहा, “हमें पक्का पता था कि पुजारी और उसके साथी झूठ बोल रहे हैं। वह मेरी माँ को अस्पताल नहीं ले गए।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया