चर्च के टीचर को बीवी पर हुआ शक, अपनी ही 54 दिन की बेटी के साथ दिखाई हैवानियत, हालत गंभीर

प्रतीकात्मक तस्वीर

केरल के अर्नाकुलम जिले के अंगमाली में 54 दिन की एक बच्ची के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। खबर है कि 40 वर्षीय शैजू थॉमस ने अपनी पत्नी के ऊपर शक होने के कारण अपनी 54 दिन की नवजात बेटी को पहले थप्पड़ मारे और फिर उसे जोर से पलंग पर फेंक दिया। अब बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, आरोपित पिता गिरफ्तार हो चुका है।

पुलिस के अनुसार, पिता के पीटने और पटकने के बाद बच्ची को नाजुक हालत में कोलेनचेरी के पास ही एक निजी अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपित व्यक्ति स्वभाव से गुस्सैल और शराबी है। उसे अपनी पत्नी पर शक रहता था और उसे ये भी लगता था कि वो बेटी उसकी नहीं है। इसलिए, इससे पहले भी उसने बच्ची को कई बार थप्पड़ों से मारा था। लेकिन गुरुवार को रात को ऐसे ही थप्पड़ों के प्रहार से बच्ची अचेत हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। 

कोलेनचेरी स्थित एमओएससी मेडिकल कॉलेज हास्पिटल के डॉक्टर सोजन आईपे ने कहा कि मस्तिष्क को हुई क्षति काफी गंभीर है। बच्ची को शुक्रवार को भर्ती किया गया था उस वक्त उसके मस्तिष्क में खून बह रहा था।

बता दें कि इस संबंध में पुलिस ने आरोपित व्यक्ति पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही उसके ऊपर बच्चे के साथ क्रूरता करने के आरोप में धारा 75 भी लगाई गई है। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जा चुका है। अब फिलहाल वो न्यायिक हिरासत में है।

मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, शैजू थॉमस, कन्नौर निवासी है और पेंटेकोस्टल चर्च से जुड़ा हुआ है। वह एक काउंसलिंग टीचर है, जो उत्तर भारत में कई जगह काम चुका है। इसी दौरान वह 33 वर्षीय नेपाली महिला सांचा माया से भी मिला। दोनों में प्रेम हुआ और दोनों ने मई 2019 में शादी कर ली। इसके बाद से दोनों अंगमाली में रहने लगे।

मगर, बच्ची के जन्म के बाद शैजू के व्यवहार में बदलाव आ गया। अंगमाली थाने के सब इंस्पेक्टर अशोक केएम ने मीडिया को बताया कि शैजू बच्ची के जन्म के बाद से ही नाराज था और उसे ये भी शक था कि बच्ची उसकी नहीं है। इसी नाराजगी के चलते उसने 18 जून को बच्ची को पलंग पर पटका। बाद में वे उसे पास के मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर भागे।

शुरुआत में तो शैजू ने अस्पताल प्रशासन को बताया कि बच्ची का एक्सिडेंट हुआ है। लेकिन जाँच के दौरान अस्पताल को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को बुलवाया। इसके बाद बच्ची की गंभीर अवस्था देखते हुए उसे आईसीयू में भर्ती करवाया गया। लेकिन बच्ची के दिमाग में चोट आने से उसे दौरे आते रहे। स्कैन रिपोर्ट में यह भी आया कि उसे अंदरुनी ब्लीडिंग हुई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया