कंगना के रुख से उद्धव सरकार की नींद उड़ी, आवाज दबाने के लिए उसके खिलाफ की गई कार्रवाई: अखाड़ा परिषद

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और एक्ट्रेस कंगना रनौत (Photo Credits: Twitter)

महाराष्ट्र सरकार के साथ चल रही रस्साकशी के बीच बॉलीवुड की ‘क्वीन’ कंगना रनौत को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अपना समर्थन दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने ठाकरे सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने सच की आवाज को दबाने के लिए कंगना के कार्यालय पर बुलडोजर चलवाया है और बदले की कार्रवाई की है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने अपने जारी बयान में कहा कि कंगना रनौत बहादुर और हिम्मत वाली बेटी हैं, जिन्होंने खुलकर बॉलीवुड के माफियाओं और ड्रग माफियाओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। कंगना ने निडर होकर बॉलीवुड में एक विशेष समुदाय के वर्चस्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है। इससे न केवल बॉलीवुड के माफिया डर गए हैं, बल्कि सरकार भी घबरा गई है। इसी कारण बदले की भावना से उनके ऊपर कार्रवाई की गई है।

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परिषद ने कंगना के कार्यालय पर हुई कार्यवाई पर अपने विरोध जताया। उन्होंने आगे कहा कि हालाँकि महाराष्ट्र हाई कोर्ट ने कंगना को बड़ी राहत देते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाई है, लेकिन सुशांत सिंह मर्डर केस में जिस बहादुरी से कंगना रनौत ने ड्रग और बॉलीवुड माफियाओं का सामना किया, उससे लोगों में बौखलाहट है। बता दें कि कंगना की याचिका पर हाई कोर्ट ने आज की सुनवाई टाल दी और अब अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की हालत बेहद खराब है। पालघर में 2 साधुओं की हुई हत्या के मामले में भी महाराष्ट्र सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा है क्या अखाड़ा परिषद ने पालघर मामले में भी सीबीआई जाँच की माँग की है।

महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कंगना की इस लड़ाई में साधु-संत और पूरा देश उनके साथ है। साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को कंगना रनौत को सुरक्षा देने के लिए धन्यवाद दिया है। बता दें कि बुधवार को बीएमसी ने कंगना रनौत के दफ्तर के कुछ हिस्सों को अवैध निर्माण कहते हुए तोड़ दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया