बिहार में जिस आदित्य की दिनदहाड़े चाकू घोंपकर हुई हत्या, उसके परिजनों को पकड़ने में लगी पुलिस: भाई का आरोप, JDU नेता ने कहा- दहशत रहना जरूरी

बिहार छपरा में आदित्य तिवारी (बाएँ) हत्याकांड में पुलिस पर पीड़ितों की प्रताड़ना का आरोप

बिहार के छपरा में 21 सितम्बर 2022 को आदित्य तिवारी नाम के एक नाबालिग लड़के की चाकू मार कर हत्या कर दी गई थी। परिजनों का आरोप है कि हत्या में कुल 7 लोग शामिल थे। FIR के मुताबिक इन 7 आरोपितों में 6 मुस्लिम समुदाय से हैं। अब तक 4 आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना है।

इस बीच मृतक के परिजनों ने बिहार पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। आदित्य के भाई ने दावा किया है कि जाँच में जुटी पुलिस आरोपितों के बजाए उनके शुभचिंतकों और रिश्तेदारों को प्रताड़ित करने और कस्टडी में लेने में लगी है। वहीं मृतक के घर पहुँचे JDU नेता ने पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन किया है।

एक स्थानीय समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू में मृतक आदित्य तिवारी के भाई ने कहा कि वह भारतीय सेना में हैं और वर्तमान में राजस्थान बॉर्डर पर तैनात हैं। उन्होंने बिहार सरकार से सवाल किया कि जब उनका ही घर और परिवार देश के अंदर सुरक्षित हैं है तो वो बॉर्डर पर किसके भरोसे जाएँ?

मृतक के सैनिक भाई ने बताया कि हत्या के बाद उनके कई रिश्तेदार और शुभ चिंतक न्याय की आवाज उठाने के लिए उनके घर आ रहे थे जिन्हें पुलिस ने कस्टडी में लेना शुरू कर दिया, जिससे अब लोग उनके घर आने से भी कतराने लगे हैं।

मृतक आदित्य के फौजी भाई का ये बयान जनता जागृति न्यूज़ द्वारा फेसबुक पर पोस्ट की गई वीडियो में 7:00 मिनट से 12:20 मिनट के बीच सुना जा सकता है। इसी वीडियो में उन्होंने कहा है कि अब यहाँ लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अब वही घटना किसी और के साथ न हो जाए।

प्रशासन की दहशत जरूरी

आदित्य के भाई द्वारा पुलिस पर लगाए गए गंभीर इल्जामों के बीच इस मामले पर जेडीयू नेता का चौंकाने वाला बयान आया है। दरअसल, मृतक के परिजनों से मिलने पहुँचे JDU नेता गौतम सिंह ने पीड़ित के शुभचिंतकों पर प्रशासनिक कार्रवाई का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपना काम कर रहा है और अगर वो सख्ती नहीं करेगा तो मामला बहुत आगे बढ़ जाएगा। गौतम सिंह के मुताबिक प्रशासन लोगों के बीच में दहशत कर रहा है जिस से चिंतित नहीं होना है।

JDU नेता ने ‘फ्री इंडिया-फ्री माइंड’ नाम के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में यह बातें 1:15 मिनट से 1:34 मिनट के बीच कही है। इस इंटरव्यू में आगे आदित्य की हत्या के दौरान टीचरों के मूकदर्शक बने रहने को भी गौतम सिंह ने समर्थन दिया और बोले कि उस समय कोई भी होता तो डर से मदद न कर पाता। हालाँकि उन्होंने आगे माना कि मौके पर मौजूद लोगों द्वारा घायल बच्चे को अस्पताल पहुँचाने में देरी की गई है।

जाँच के लिए SIT का गठन

बिहार पुलिस ने आदित्य हत्याकांड में अब तक कुल 4 आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए SIT का गठन किया है। इस जाँच टीम में 1 एडिशनल SP, 3 DSP सहित कुल 20 पुलिसकर्मी शामिल किए गए हैं। पुलिस ने आमजनों के लिए एक मोबाईल नंबर जारी करते हुए घटना से संबंधित किसी भी जानकारी को खुद तक पहुँचाने की अपील की है।

पुलिस प्रेसनोट
ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया