‘जिसने भी मेरे पापा के साथ ऐसा किया, उसकी गर्दन हाथ में पकड़ कर ऐसे तोड़ूँगी कि…’ – अजय भारती की बेटी

अजय भारती की बेटी ने खुलेआम दी पिता के हत्यारों को चुनौती (साभार: youtube- Faiz Khan)

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने सोमवार (जून 8, 2020) को कॉन्ग्रेस के हिंदू सरपंच अजय पंडित (अजय भारती) की गोली मारकर हत्या कर दी। बता दें कि अजय पंडित वहाँ एकमात्र हिंदू सरपंच थे। उनकी हत्या कर आतंकवादियों ने ये संदेश दिया कि एक भी हिंदू, जो ऊपर उठने की कोशिश करेगा, उसका यही हश्र होगा, जड़ से ही मिटा दिया जाएगा।

अजय पंडिता के परिवार में उनके माता-पिता के अलावा पत्नी और दो बेटियाँ हैं। बुधवार (जून 10, 2020) को उनकी बेटी ने हत्यारों के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जिसने भी उनके पिता के साथ ऐसा किया है, उसको वो जिंदा नहीं छोड़ेंगी। एक गोली तो मारेंगी ही।

वो हत्यारे को चेतावनी देते हुए कहती हैं, “तुझे क्या लगता है, तूने अजय भारती को मारा है। उनका शेर अभी जिंदा है। जिंदा नहीं छोड़ूँगी तुम्हें। एक गोली तो मारुँगी मैं उसे, सिर्फ एक गोली जाएगी मेरी तरफ से उसे। मेरे पापा मुझे शेरा बुलाते थे और मैं हूँ वो। मैं किसी से नहीं डरती। सामने बोल रही हूँ कि जिसने भी मेरे पापा के साथ ऐसा किया है, उसकी गर्दन हाथ में पकड़कर ऐसे तोड़ूँगी न कि उसकी रुह तक काँपनी चाहिए।”

अजय भारती की बेटी बताती हैं कि जब वो पापा से कहती थी कि मुस्लिम बुरे हैं, सिख बुरे हैं, तो वो हमेशा कहते थे कि हम किसी भी धर्म के बारे में नहीं बोल सकते हैं कि कौन सा बुरा है और कौन सा अच्छा है। हाँ, इंसानों की गारंटी नहीं है, वो बुरे हो सकते हैं। उनके लिए धर्म का एक ही मतलब होता था और वो था- इंसानियत का धर्म।

वो बताती हैं कि अजय भारती दिल के इतने साफ थे कि वो न केवल इंसानों के लिए बल्कि जानवरों के प्रति भी काफी संवेदनशील थे। वो जब भी रोड पर किसी जानवर को घायल देख लेते थे तो तुरंत उसका उपचार करवाते थे।

वो आगे कहती हैं, “मैं अजय भारती की बेटी हूँ और मैं डरती किसी के बाप से नहीं हूँ। सामने आ जाए, जिसने भी ये किया है। इधर ही बोल रही हूँ। बोटी-बोटी काट दूँगी मैं उसकी। जिंदा नहीं बचेगा तू। मेरे पापा हमेशा कहते थे कि चाहे, बीजेपी में रहो, कॉन्ग्रेस में रहो, AAP में रहो या फिर किसी भी पार्टी में रहो, मगर कभी गलत मत करना। उन्होंने कभी भी किसी के साथ गलत नहीं किया। उन्होंने तो कभी किसी के लिए बुरा सोचा तक नहीं होगा। आज एक-एक जुबान पर अजय भारती का नाम है। मुझे काफी खुशी हो रही है इस बात की, उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी। वो इस इज्जत के हकदार हैं। उन्होंने देश के लिए जान दी तो अब देश के लोगों का फर्ज बनता है उनके बलिदान का मान रखें।”

इसके साथ ही उन्होंने अजय भारती को श्रद्धांजलि देने वालों का शुक्रिया अदा किया और कहा, “मैं अपने पापा के हर सपने को पूरा करुँगी। मैं अपने पापा से भी ऊँचा जाऊँगी, ताकि जिस तरह से आज मैं अपने पापा पर गर्व कर रही हूँ, कल मेरी फैमिली भी मुझ पर गर्व करे और मेरे पापा ऊपर स्वर्ग से ही कहें कि ये है मेरा शेरा। मेरी आर्मी ऑफिसर्स से अपील है कि मेरे पापा के हत्यारे को ढूँढे और अगर वह मिल जाए तो प्लीज मुझे जरूर बताएँ। एक गोली तो मारुँगी मैं उसको।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया