पहले कहा- लड़की चीज ही ऐसी, अब कहा- इंसान हूँ जुबान फिसल जाती है: माफीनामे में बोला अजमेर दरगाह वाला सरवर चिश्ती- चुपके से बनाया Video

अजमेर दरगाह के खादिम सरवर चिश्ती ने माँगी माफी (फोटो साभार: सैयद सरवर चिश्ती का ट्विटर अकाउंट)

अजमेर शरीफ दरगाह के खादिमों की संस्था है- अंजुमन सैयद जादगान। इसका सचिव सरवर चिश्ती है। महिलाओं पर आपत्तिजनक बयान को लेकर सरवर चिश्ती ने माफी माँगी है। उसका कहना है कि उसकी जुबान फिसल गई थी। उसका जो बयान वायरल किया जा रहा है उसका वीडियो चुपके से बनाया गया था।

सैयद सरवर चिश्ती ने एक वीडियो में कहा है, “मेरे एक बयान पर बवाल मचा हुआ है। वह वीडियो स्टिंग ऑपरेशन से बनाया गया था। उसमें मैंने कहा था कि औरत ऐसी चीज है जिससे लोग भटक जाते हैं। विश्वामित्र जैसे भी मेनका से भटक गए थे। बाबा लोग भी जेल में हैं। फिल्म ‘अजमेर 92’ को लेकर मेरे असली इंटरव्यू को नहीं दिखाया गया और ऑफ द कैमरा को दिखाया गया। इमसें मैंने आरोपितों की भरपूर आलोचना की है। लेकिन वह न दिखाकर यह दिखाया जा रहा है।”

चिश्ती ने आगे कहा है, “इसके बाद भी अगर मेरी माँ, बहन, बेटियों को बुरा लगा है तो मैं इसके लिए माफी माँगता हूँ। इंसान हूँ, जुबान फिसल जाती है। लेकिन मेरे कहने यह मतलब यह था कि अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को बदनाम न करें। कुछ लोगों की गलती से पूरे चिश्ती परिवार को बदनाम न करें।”

सरवर चिश्ती ने क्या कहा था

कई मुस्लिम संगठन ‘अजमेर 92’ का विरोध कर रहे हैं। इसमें अंजुमन सैयद जादगान भी शामिल है। इसकी कड़ी में सरवर चिश्ती ने कहा था, ‘लड़की चीज ही ऐसी होती है… बड़े से बड़ा फिसल जाता है।’ इस मामले को हिंदुओं से जोड़ते हुए कहा था, “आदमी पैसों से करप्ट नहीं हो सकता, मूल्यों से करप्ट नहीं हो सकता। लड़की चीज ही ऐसी है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है। वो थी ना… नाम क्या था… जो पेड़ के नीचे बैठे थे, विश्वामित्र जैसे भटक सकते हैं।” चिश्ती ने आगे कहा था, “अच्छा… जितने भी बाबा लोग जेल में हैं, ये सिर्फ वो हैं जो लड़की के मामले में फँसे हैं। यह ऐसा सब्जेक्ट है कि बड़े से बड़ा फिसल जाता है।”

‘अजमेर 92’ 90 के दशक में 100 से अधिक लड़कियों को ब्लैकमेल कर रेप करने की घटना पर बनी है। देश के इस सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के मास्टरमाइंड दरगाह के खादिम परिवारों से जुड़े थे। युवक कॉन्ग्रेस के महत्वपूर्ण पदों पर थे। इस फिल्म के विरोध में अजमेर दरगाह कमेटी का कहना है कि फिल्म के जरिए एक खास समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। फिल्म से अजमेर दरगाह और मोइनुद्दीन चिश्ती की छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश हुई तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे। रिलीज से पहले फिल्म दरगाह कमेटी को दिखाने की भी माँग की गई है।

विवादित बयानों के लिए कुख्यात है सरवर चिश्ती

सरवर चिश्ती वही शख्स है, जिसने नूपुर शर्मा मामले में लोगों को भड़काने का काम किया था। उसने कहा था, “इस वक्त मुल्क में जो हालात हैं। नामूस ए रसूल सललल्लाहु अलेही वसल्लम की शान में गुस्ताखी हो रही है। ये हम कभी कबूल नहीं करेंगे। ऐसा आंदोलन करेंगे कि पूरा भारत हिल जाएगा।”

चिश्ती पर प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कनेक्शन होने का भी आरोप है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसे इस संगठन के सदस्यों के साथ कई बार देखा जा चुका है। वह मंचों से कई बार पीएफआई की तारीफ कर चुका है। 2020 में, उसने यह कहते हुए पीएफआई का बचाव किया था कि संगठन ‘भारत के संविधान को बचा रहा है’। 

कर्नाटक में PFI के मंच से भाषण देते हुए सरवर चिश्ती ने नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी। तब नरेंद्र मोदी को PM उम्मीदवार बनाने की अटकलें लग रही थीं। उस समय सरवर चिश्ती ने कहा था, “अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गया तो कोई ताज्जुब नहीं होगा कि सभी मुसलमान आतंकवादी बन जाएँ।” चिश्ती के इस बयान के बाद कर्नाटक में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। हालाँकि, उस मामले का क्या हुआ, किसी को ज्ञात नहीं है।

सरवर का बेटा आदिल चिश्ती ने हिंदू-देवताओं का मजाक बनाते हुए 23 जून 2022 को कहा था, “333 करोड़ खुदाओं का अस्तित्व कैसे माना जाएगा? यह कैसे तार्किक है? एक खुदा का तो समझ में आता है, लेकिन 333 करोड़ खुदा, थोक में देवता (Wholesale of Gods), उसको कैसे माना जाएगा? मैं सोचता हूँ कि अगर व्यक्ति को हजार साल की जिंदगी मिले तो भी वह सभी 333 करोड़ खुदाओं को राजी नहीं कर सकता है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया