ED रिमांड में भेजे गए कॉन्ग्रेसी मंत्री आलमगीर आलम के PS संजीव लाल और नौकर जहाँगीर, ₹35 करोड़ कैश हुआ था जब्त: ऊपर तक जाता था पैसा

झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के PS संजीव लाल और उसका नौकर जहाँगीर आलम ED रिमांड में

झारखंड के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम के व्यक्तिगत सचिव (PS) संजीव लाल और उसके नौकर जहाँगीर आलम को ED ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार (7 मई, 2024) की दोपहर इन दोनों को मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित विशेष अदालत PMLA कोर्ट में पेश किया गया। ED ने इनसे पूछताछ के लिए 7 दिनों की रिमांड की माँग की, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। बताया जा रहा है कि जहाँगीर आलम के ठिकाने से 35.23 करोड़ रुपए कैश में जब्त किए गए थे।

जल्द ही आलमगीर आलम को भी समन भेजा जाएगा। इन दोनों से पूछताछ के बाद मंत्री से सारा हिसाब लिया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ में नौकर जहाँगीर आलम ने कबूल किया है कि कमीशन और रिश्वत के माध्यम से जो रकम जुटाई जाती थी, उसके केयरटेकर के रूप में उसे रखा गया था। इसके एवज में उसे 15,000 रुपए का वेतन दिया जाता था। उसकी जान-पहचान सीधे मंत्री आलमगीर आलम से थी, जिन्होंने अपने PS संजीव लाल के पास उसे बतौर घरेलू सहायक रखवाया था।

आलमगीर आलम पाकुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता हैं। जहाँगीर आलम उनके घर पर भी कुछ दिन काम कर चुका था। फिर संजीव लाल ने राँची ने गाड़ीखाना में सर सैयद रेसीडेंसी में फ़्लैट लेकर उसे रहने के लिए दिया था। हर एक-दो दिन में उसे रुपयों से भरा थैला थमाया जाता था। संजीव लाल पहले तो पूछताछ में इनकार करते रहे कि जहाँगीर के यहाँ से मिली रकम से उनका कोई लेना-देना है, लेकिन बाद में जहाँगीर के बयान के आधार पर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।

छापेमारी में लेनदेन और ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित कई दस्तावेज भी मिले हैं। दोनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रखा गया है। संजीव लाल पर प्रभावशाली लोगों का हाथ था, जिस कारण वो इंजीनियरों से मोटी रकम वसूल करते थे और टेंडर मैनेज कर के उसका पैसा ऊपर तक पहुँचाते थे। कई अधिकारी-नेता इस नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। जहाँगीर आलम वसूली के लिए भी भेजा जाता था। सजीव लाल के जब्त 2 वाहनों में से एक उसके नाम पर है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया