AMU के छात्र ने कैंची से गोदकर की अम्मी-अब्बू की हत्या, खिड़की से पड़ोसी चिल्लाते रहे: बंद कमरे की पूरी Video वायरल, लाश के साथ भी हैवानियत की

अलीगढ़ में गुलाम ने की अम्मी-अब्बू की हत्या (साभार: जागरण)

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हत्या का एक वीभत्स मामला सामने आया है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्र गुलामुद्दीन ने अपने अब्बू इशहाक और अम्मी शहजादी की हत्या कर दी। मौत के बाद वह अपने अम्मी-अब्बू के शव पर कैंची से लगातार वार करता रहा। इसका वीडियो भी सामने आया है।

वीडियो में साफ दिख रहा है कि गुलामुद्दीन हत्या के बाद शांत भाव से बैठकर अपने अब्बू के शव पर ऐसे कैंची मार रहा है, जैसे चिकन शॉप में वह चिकन काट रहा हो। घटनास्थल पर चारों तरफ खून फैला हुआ है, लेकिन गुलामुद्दीन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा। कोई आम आदमी होता तो वह विचलित होकर बेहोश हो गया होता या वहाँ भाग गया होता।

वीडियो में कुछ लोगों को बोलते हुए भी सुना जा सकता है। वे गुलामुद्दीन को मना कर रहे हैं कि शव पर अब कैंची ना मारे, लेकिन उस पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वह लोगों की तरफ देखता है और फिर अंधाधुन शव पर कैंची मारने लगता है। इस दौरान दूसरे कमरे में सोई उसकी बहनें खिड़की से चिल्लाती रहती हैं, फिर भी वह नहीं मानता है।

शोरगुल सुनकर पड़ोसी भी वहाँ आ जाते हैं और उसे मना करते हैं, लेकिन वह नहीं मानता है। गेट बंद होने के कारण कोई व्यक्ति अंदर जाने की स्थिति में नहीं था। इसी दौरान किसी पड़ोसी ने उसका वीडियो बना लिया और किसी ने पुलिस को फोन करके इसकी जानकारी दी।

घटना बुधवार (29 मार्च 2023) की है। अलीगढ़ के एसपी ने बताया कि इस घटना की जानकारी पुलिस को 112 पर मिली थी। पुलिस के अनुसार, हत्या के लिए गुलामुद्दीन ने प्रेस और कैंची का इस्तेमाल किया है। क्वार्सी थाना के अंतर्गत जाकिर नगर के गली नंबर 7 में हुई घटना के आरोपित 24 साल के गुलामुद्दीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

गुलामुद्दीन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में B.Com का छात्र है। लोगों का कहना कि पिछले कई दिनों से उसका अपने अम्मी-अब्बू से अनबन चल रहा था। यह भी कहा जा रहा है कि आरोपित युवक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। हालाँकि, एसपी ने कहा कि उसे मानसिक बीमारी है या नहीं, इसकी जाँच की जा रही है।

जिस घर में यह परिवार रहता था, उसका मकान मालिक मोहम्मद सलीम है। सलीम ने बताया कि यह परिवार चार-पाँच दिन पहले ही उसके घर में किराए पर रहने के लिए आया था। सलीम के अनुसार, उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था और यह घर से भाग गया था। इलाज के बाद भी वह अपने अम्मी-अब्बू के साथ नहीं रहना चाहता था।

सलीम ने बताया कि बुधवार की देर शाम को गुलामुद्दीन ने गेट बंद करके अपने अम्मी-अब्बू का गला काट दिया। जिस वक्त उसने घटना को अंजाम दिया, उस वक्त उसके अन्य भाई-बहन सो रहे थे। हत्या के बाद भी वह रूका नहीं। वह शव पर कैंची से लगातार वार करता रहा।

सलीम के यहाँ इशहाक (62) और उसकी बीवी शहजादी बेगम (57) अपने दो बेटों और दो बेटियों के साथ किराए पर रहते थे। गुलामुद्दीन अपने चार भाई-बहनों में दूसरे स्थान पर है। उससे बड़ी एक उसकी बहन है। इशहाक का परिवार मूल रूप से रामपुर जिले का रहने वाला है।

भास्कार डॉट कॉम के अनुसार, पूछताछ में गुलामुद्दीन ने पुलिस को बताया कि उसे वहम हो गया था कि उसकी अम्मी शहजादी उसकी सौतेली माँ है। जब पुलिस ने वहम का कारण पूछा तो उसने बताया कि दो साल पहले जब उसे कोरोना हुआ था, तब उसे किसी ने बताया था कि उसका DNA उसके अब्बू से मिलता है, लेकिन उसकी अम्मी से नहीं। तभी से उसे यह वहम था।

उसने बताया कि जब उसकी अम्मी पढ़ाई-लिखाई को लेकर उसको कुछ कहती थी तो वह तुरंत झगड़ा करने लगता था। उसको यह लगता था कि वह सौतेला बेटा है, इसलिए उसके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है। पिछले तीन-चार दिनों से भी माँ-बेटे के बीच कई बार विवाद हुआ था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया