डेमोग्राफी बदलने के प्लान पर काम कर रहा था अतीक अहमद, शाइस्ता के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन से लेकर आत्महत्या करने तक के चर्चे

अतीक अहमद की भगोड़ी बीवी शाइस्ता परवीन को लेकर मीडिया में कई तरह के चर्चे (फाइल फोटो)

प्रयागराज में 15 अप्रैल 2023 को मारे गए माफिया अतीक अहमद को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वह प्रयागराज के एक खास इलाके की डेमोग्राफी बदलने के प्लान पर काम कर रहा था। इसके लिए वह कमजोर लोगों की जमीन पर कब्जा कर मुस्लिम बस्तियाँ बसाने की तैयारी में लगा था। वहीं उसकी भगोड़ी बीवी शाइस्ता परवीन को लेकर भी मीडिया में कई तरह के चर्चे चल रहे हैं। ये चर्चे अंडरवर्ल्ड कनेक्शन की मदद से फरार होने से लेकर आत्महत्या करने तक जुड़े हुए हैं।

बताया जा रहा है कि प्रयागराज के करेली में अतीक अहमद मुस्लिम बस्तियाँ बसाने की तैयारी में था। माना जा रहा है कि ऐसा विधानसभा चुनावों में समर्थक वोटों की तादाद बढ़ाने और अपना दबदबा बढ़ाने के इरादे से वह कर रहा था। बस्तियाँ बसाने के लिए कई कमजोर लोगों की जमीन हड़पी गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फाॅर्स (STF) के ADG आईपीएस अमिताभ यश ने अतीक अहमद की इस साजिश का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अतीक अहमद की साजिश माइनॉरिटी कॉलोनी बसाने की थी जो कोई और आपराधिक गैंग सोच भी नहीं सकता। यह कॉलोनी बसाने के लिए प्रयागराज शहर में करेली इलाके के पास एक गाँव को चुना गया था। बकौल अमिताभ यश माइनॉरिटी टाउनशिप के नाम पर कई गरीब और कमजोर लोगों की जमीनों पर बलपूर्वक कब्ज़ा किया गया था।

बताया जा रहा है कि मुस्लिम कॉलोनी बसाने की साजिश के पीछे अतीक द्वारा अपनी सुरक्षा घेरे को मजबूत करने की भी सोच थी। अतीक की गैंग से जुड़े लोग और उसके शूटर भी इसी माइनॉरिटी टाउनशिप में बसने वाले थे। अमिताभ यश ने बताया कि अतीक गैंग द्वारा मुस्लिम कॉलोनी के नाम पर रची गई राजनैतिक घुसपैठ की साजिश को STF ने नाकाम कर दिया है। गुड्डू मुस्लिम को उन्होंने अब स्पेशल टास्क फ़ोर्स का प्राइम टारगेट बताया। उन्होंने आगे कहा कि गुड्डू मुस्लिम जैसे लोग सभ्य समाज के लिए खतरा हैं।

पुलिस वाले की बेटी है फरार शाइस्ता

एक रिपोर्ट के मुताबिक अतीक अहमद की 51 वर्षीय बीवी 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन के अब्बा मोहम्मद हारून UP पुलिस में कॉन्स्टेबल थे। शाइस्ता 12वीं तक पढ़ी है। निकाह से पहले वह अपने परिवार के साथ पुलिस क्वार्टर में ही रहा करती थी। फ़िलहाल शाइस्ता पर 4 केस दर्ज हैं। इनमें 1 हत्या व 3 धोखाधड़ी से संबंधित हैं। शाइस्ता के नाम पर अतीक ने कई कम्पनियाँ खोल पैसे लगा रखे हैं। इसमें से एक का नाम मेसर्स जाफरी स्टेट बताया गया है। शाइस्ता के साथ उसके भाइयों के नाम से भी गुरुग्राम में कम्पनियाँ खोले जाने की जानकारी सामने आई है। प्रयागराज में भी शाइस्ता के नाम अतीक ने जमीन का कारोबार खोल रखा था। फ़िलहाल पुलिस अतीक, शाइस्ता और उनके तमाम रिश्तेदारों से जुड़ी कंपनियों की तलाश कर उन्हें सील करने की तैयारी में है।

बताया जाता है कि यूपी एसटीएफ से बचने के लिए शाइस्ता अतीक के स्थानीय संपर्कों की जगह अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का इस्तेमाल कर रही है। उल्लेखनीय है कि बेटे असद के एनकाउंटर में ढेर होने के बाद से शाइस्ता के सरेंडर करने को लेकर कई बार मीडिया में अटकलें लग चुकी हैं। अब अटकलों का दौर उसकी आत्महत्या से लेकर गुड्डू मुस्लिम के साथ उसकी करीबियों तक पहुँच चुका है। लेकिन अब तक उसको लेकर कोई पुष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। अतीक की हत्या के बाद से शाइस्ता के मायके वाले भी गायब बताए जा रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया