श्रीराम के नाम पर मंदिर ही नहीं, एयरपोर्ट भी: CM योगी और केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने किया निरीक्षण, ₹350 करोड़ के हवाई अड्डे का PM मोदी करेंगे उद्घाटन

एयरपोर्ट के बाद CM योगी और केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने श्रीराम मंदिर में दर्शन किए (चित्र साभार:@KM_Scindia)

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पहले ‘श्रीराम एयरपोर्ट‘ भी पूरा हो जाएगा। इसका निर्माण कार्य 15 दिसम्बर 2023 तक पूरा होने की आशा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका निरीक्षण किया है।

लगभग ₹350 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे इस एयरपोर्ट पर एक घंटे में 500 यात्रियों को संभालने क्षमता है। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि यहाँ से एक घंटे में 2-3 उड़ानें ऑपरेट की जा सकेंगी। एयरपोर्ट पर एयरबस A320 और बोईंग 737 जैसे विमानों को ऑपरेट करने की क्षमता होगी।

एयरपोर्ट बनाने की दिशा में अधिकांश काम पूरा हो गया है। एयरपोर्ट के लिए रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग का काम पूरा हो चुका है। बाकी काम भी जल्दी पूरा होने की आशा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि जैसे ही यह काम पूरा होगा, प्रधानमंत्री मोदी से इसका उद्घाटन करवाया जाएगा।

इस एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जैसा डिजाइन किया जा रहा है। इससे यहाँ आने वाले भक्तों को अयोध्या की संस्कृति और विरासत को समझने का मौका मिलेगा। इस एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ाने को लेकर अभी से मंथन शुरू हो गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हम सब जानते हैं कि अयोध्या में पहले छोटी एयरस्ट्रिप थी। मात्र 178 एकड़ जमीन ही यहाँ उपलब्ध थी, जिसमें एयरपोर्ट नहीं बन सकता था। प्रधानमंत्री मोदी जी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा। उसे भारत सरकार ने अपनी सहमति दी।”

मुख्यमंत्री योगी ने आगे बताया, “यहाँ दिए गए प्रेजेंटेशन के आधार पर यह एयरपोर्ट 15 दिसम्बर 2023 तक बनकर पूर्ण हो जाएगा। इसके पश्चात प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा जो तारीख दी जाएगी, उस दिन इसका (एयरपोर्ट) और प्रभु राम के मंदिर बनने के बाद की नई अयोध्या के लोकार्पण कार्यक्रम के साथ हम सब जुड़ेंगे।”

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “इस एयरपोर्ट को प्रधानमंत्री जी की सोच के अनुसार बनाया गया है कि जब हवाई अड्डे में कोई व्यक्ति प्रवेश करे तो उसे उस शहर की सांस्कृतिक क्षमता का पता चले। इसीलिए अयोध्या का एयरपोर्ट कोई साधारण एयरपोर्ट नहीं है। अयोध्या के हवाई अड्डे में अयोध्या के सांस्कृतिक क्षमता परिलक्षित करने का प्रयास किया गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही इस एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा।

गौरतलब है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर का भी काम पूरा होने वाला है और यहाँ 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस एयरपोर्ट को इससे पहले चालू करने का प्रयास किया जा रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया