मारपीट से रोका तो शाहबाज अंसारी ने भीम आर्मी के नेता रंजीत पासवान को चाकुओं से गोदा, मौत

रंजीत (बाएँ)/ शाहबाज अंसारी (दाएँ)

भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष रंजीत पासवान उर्फ ​​जॉन की बुधवार (जनवरी 13, 2021) रात बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में करजा थानांतर्गत पकरी गाँव में शाहबाज ने चाकू मारकर हत्या कर दी। इस घटना के पीछे कारण पड़ोसी शाहबाज अंसारी उर्फ़ रिंकू के भाई के साथ रंजीत पासवान का विवाद बताया गया है।

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पुलिस ने आरोपित शाहबाज अंसारी को गिरफ्तार कर मामले की जाँच कर शुरू कर दी है। भीम आर्मी नेता रंजीत की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने लगभग 2 घंटे तक शव के साथ प्रदर्शन किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक के पोस्टमॉर्टम होने के बाद जब शव घर पहुँचा तो हजारों की संख्या में लोग उनके घर के पास इकट्ठे होए गए और डीएसपी और डीएम को मृतक रंजीत के घर बुलाने की माँग करने लगे।

प्रदर्शनकारियों ने मृतक रंजीत के परिजन को सरकारी नौकरी, मुआवजे के रूप में डेढ़ करोड़ रुपए और उसकी हत्या करने वाले को फाँसी पर लटकाने की माँग भी की। डीएसपी सरैया राजेश शर्मा और डीएम ने मौके पर पहुँचकर लोगों को आश्वासन देकर अंत्येष्टि के लिए मनाया।

भीम आर्मी नेता रंजीत पकड़ी चौक पर जिम सेंटर भी चलाते थे और उनकी माँ पूर्व वार्ड सदस्य हैं। बुधवार रात शाहबाज और रंजीत के छोटे भाई के बीच मोबाइल में वीडियो देखने को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया और बात हाथापाई तक पहुँच गई। इसे देखते हुए रंजीत भी वहाँ पहुँच गया। जब रंजीत ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो शाहबाज अंसारी ने उसके जाँघ और पेट में चाकू घोंप दिया, जिसके बाद उसे स्थानीय लोगों की मदद से बैरिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उन्हें डॉक्टरों की एक टीम ने मृत घोषित कर दिया।

रंजीत की मौत की खबर सुनकर गुस्साए ग्रामीणों ने शाहबाज के घर पर हंगामा कर दिया। घटना के बाद आरोपित अपने पूरे परिवार के साथ घर से फरार हो गया। घर पर जब लोगों को आरोपित नहीं मिले तो ग्रामीणों ने उसके घर में आग लगा दी।

घटना की सूचना मिलते ही करजा स्टेशन की पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद, एसएसपी जयंत कांत, सिटी एसपी राजेश कुमार और सरैया एसडीपीओ सहित बड़ी संख्या में पुलिस थानों ने मौके पर पहुँचकर लोगों को शांत किया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया