भोजपुरी हीरोइन रेशमा के शौहर मुदस्सिर ने 100 रुपए के स्टाम्प पेपर पर भेजा ‘तलाक-ए-बाईन’

भोजपुरी अभिनेत्री रेशमा को मुदस्सिर ने दिया तलाक़

एक तरफ जहाँ आज तीन तलाक बिल को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद राज्यसभा में पेश कर रहे हैं वहीं तीन तलाक से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। इंदौर में एक भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री रेशमा ने अपने शौहर मुदस्सिर पर यह आरोप लगाया कि उसके शौहर ने 100 रुपए के स्टाम्प पेपर पर तलाकनामा भेजा है। दरअसल, रेशमा शेख उर्फ अलीना नाम की भोजपुरी अभिनेत्री ने पहले अपने शौहर के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।

अभिनेत्री ने बताया, “मेरे पति मुदस्सिर बेग (34) जो जूते-चप्पल का कारोबार करते हैं, ने मुझे 17 जुलाई को 100 रुपए का स्टाम्प पेपर भिजवाया। जिस पर तलाक-ए-बाईन (शरीयत के हिसाब से तलाक़ का एक प्रकार) छपा है। जिस पर लिखा था कि मैं तंग आ चुका हूँ। अपना रिश्ता यहीं खत्म करता हूँ। तुम भी आगे की जिंदगी अपने तरीके से जी सकती हो। यह पहला तलाक है। दो और भेज दूँगा।” हालाँकि, अभिनेत्री रेशमा ने इसे एकतरफा फैसला बताते हुए इसे मानने से साफ इनकार कर दिया है।

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अलीना का आरोप है कि अब्दुल्ला और उसके परिजन ने झाँसे में लेकर उससे शादी की है। शादी के पहले लाखों रुपए भी ले लिए थे। साथ रखने का वादा कर इंदौर बुलाया और छोड़ दिया। अलीना के मुताबिक वह मुंबई में 10 साल तक भोजपुरी फिल्म और धारावाहिकों में सक्रीय रही हैं।

बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता के साथ रेशमा

बता दें कि अलीना ने पाँच साल पहले 2016 में मुदस्सिर से प्रेम विवाह किया था। अलीना ने बताया, “अपनी शादी की  खातिर मैंने अभिनय करना भी छोड़ दिया है। हमारा दो महीने का बच्चा है और मैं अपने शौहर के साथ ही रहना चाहती हूँ।” अलीना का कहना है कि वह न्याय की आस लिए चंदन नगर पुलिस थाने और कुछ आला पुलिस अफसरों के दफ्तरों के चक्कर काट चुकी है लेकिन, इसका कोई फायदा नहीं हुआ।

वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए चंदन नगर पुलिस थाने के प्रभारी राहुल शर्मा ने कहा कि यह पति पत्नी का आपसी मामला है। अलीना के पति मुदस्सिर बेग का पक्ष सुनने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। हमने बहुत प्रयास किया लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। अलिना के मुताबिक तीन तलाक का यह तरीका गलत है। इससे कई लड़कियों की जिंदगी खराब हो रही है। उन्हें न्याय का पूरा भरोसा है। अब देखना ये है कि उनके इस मामले में क्या होता है। यह मामला नया नहीं है ट्रिपल तलाक़ ने ऐसी न जाने कितनी मुस्लिम महिलाओं का जीना हराम कर दिया है। ऐसे में तलाक़ पर कानून की आस लगभग हर मुस्लिम महिला को है। लोकसभा में बिल के पास होने पर बहुत सारी मुस्लिम महिलाओं ने इस पर अपनी ख़ुशी जाहिर की थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया