‘4 मस्जिद तेज आवाज में अजान बजा कर कॉम्पिटिशन कर रहे कि किसकी आवाज अल्लाह तक जाएगी’

बिग बॉस फेम प्रीतम सिंह ने मस्जिदों में तेज़ आवाज़ में अजान पर उठाई आवाज़

मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान बजाए जाने को लेकर अब एक और सेलेब्रिटी ने आवाज उठाई है। ‘बिग बॉस 8’ से लोकप्रियता पाने वाले प्रीतम सिंह ने सोनू निगम की राह पर चलते हुए मस्जिद में तेज आवाज में अजान के विरुद्ध आवाज उठाई है।

सोमवार (जुलाई 13, 2020) की सुबह प्रीतम सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिख कर अपना दर्द साझा किया। हालाँकि, इसके बाद उन्होंने अपने पेज को डीऐक्टिवेट कर दिया है।

प्रीतम सिंह के खिलाफ कई इस्लामी कट्टरपंथियों ने भी टिप्पणी की। बता दें कि कुछ इसी तरह का वाकया सोनू निगम के साथ भी हुआ था। प्रीतम सिंह ने अपने फ़ेसबुक पोस्ट मे लाउड्स्पीकर पर अजान पर तंज कसते हुए लिखा:

“ये समझने वाली बात है कि एक जगह पर चार मस्जिद हैं, इनसे 5 बजे अजान की तेज आवाज आनी शुरू हो जाती है। बात ये है कि आपस में ही इन सब के बीच प्रतियोगिता चल रही है कि कौन कितनी जोर से अजान बजाएगा। सोचने वाली बात तो ये है कि किसकी आवाज अल्लाह तक जाएगी। आप भी सोचिए और मैं भी सोचता हूँ। आपका दिन शुभ हो! सबका मालिक एक।”

सिर्फ सेलेब्रिटीज ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया में कई अन्य लोग भी अजान के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं। आशी चौधरी नामक एक युवती ने एक प्लाकार्ड के जरिए अजान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि अजान करो लेकिन आवाज़ कम करो। साथ ही उन्होंने पूछा कि लाउडस्पीकर से क्या प्रूव करना चाहते हो? इसके बाद उन्हें इस्लामी कट्टरपंथियों की धमकियाँ मिलीं।

फरदीन मंडल नामक व्यक्ति ने आशी को मैसेज कर के धमकाया कि वो उनका रेप कर लेगा और चोटी पकड़ के बताएगा कि मजहब के एक आदमी से टक्कर लेने का परिणाम क्या होता है। उसने उन्हें ‘धंधा करने वाली’ बताते हुए धमकी दी कि जो उखाड़ना है, उखाड़ ले।

फरदीन ने दावा किया कि कट्टर किसी के बाप से भी नहीं डरता है। साथ ही उसने आपत्तिजनक तस्वीरें भी भेजी। वो इंदौर का रहने वाला है।

https://twitter.com/DeepikaBhardwaj/status/1282370901757968384?ref_src=twsrc%5Etfw

बता दें कि हाल ही में लाउडस्पीकर से अजान और गाजीपुर जिले में डीएम द्वारा लॉकडाउन के दौरान अजान पर लगाई गई पाबंदी को लेकर इलाहबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला दिया था। हाईकोर्ट ने माना था कि लाउडस्पीकर से अजान पर प्रतिबंध वैध है, क्योंकि यह इस्लाम का हिस्सा नहीं है।

अदालत ने कहा था कि किसी भी मस्जिद से लाउडस्पीकर से अजान करना दूसरे लोगों के अधिकारों में दखल देना है। दूसरों को सुनने के लिए मजबूर करने का अधिकार किसी को नहीं है।

गीतकार जावेद अख्तर ने भी लाउडस्पीकर पर अजान देने का विरोध किया था। कट्टरपंथियों और AIMIM के नेताओं के अलावा देवबंदी उलेमा ने इस पर नाराजगी जाहिर की थी।

मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा था कि संविधान इसकी इजाजत देती है तो फिर किसी को बयानबाजी कर सुर्खियाँ बटोरने का कोई मतलब नहीं है। उनका कहना था कि जावेद अख्तर जो माँग कर रहे हैं, यह पहले पहले भी होती आई है। देश के लोगों को इन पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया