ये बिहार है! एक सरकारी स्कूल गुंडों के डर से हो गया बंद, 200 छात्रों की पढ़ाई प्रभावित: रंगदारी नहीं मिलने पर नरसंहार की दे रहे थे धमकी

बिहार में गुंडों के डर से सरकारी स्कूल बंद (फोटो साभार: न्यूज़ 18)

बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति एक सरकारी स्कूल पर लटके ताले से समझा जा सकता है। भागलपुर का यह सरकारी स्कूल गुंडों के भय से बंद कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आपराधिक तत्व स्कूल चलने देने के एवज में रंगदारी माँग रहे थे। इसके बाद शिक्षकों ने स्कूल ही बंद कर दिया।

इसके कारण करीब 200 छात्रों की पढ़ाई कई दिनों से बंद है। पीड़ितों ने पुलिस पर भी कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुतबिक मामला भागलपुर के नाथनगर थाना क्षेत्र का है। यहाँ वार्ड नंबर 8 में मुनीराम खेतान नाम का सरकारी स्कूल है। प्रिंसिपल पंकज मूसेस हैं। प्रिंसिपल ने इलाके के विक्रांत कुमार उर्फ़ पूरन शाह को बाहुबली बताते हुए स्कूल चलाने में बाधा डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि विक्रांत और उसके गुर्गे स्कूल खोलने के लिए रंगदारी माँगते हैं। रंगदारी नहीं देने पर शिक्षकों को स्कूल से बाहर फेंक देने की धमकी दी। कथित तौर स्कूल खुलने पर नरसंहार की भी धमकी दी।

इस स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब परिवारों से हैं। प्रिंसिपल का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या से अपने सीनियर अधिकारियों और पुलिस को अवगत करवाया। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके बाद प्रिंसिपल और शिक्षकों ने स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया। स्थानीय लोगों ने भी स्कूल के स्टाफ की बातों से सहमति जताते हुए असामजिक तत्वों पर कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया है।

इस मामले में भागलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी संजय कुमार ने स्कूल न आने वाले टीचरों और प्रिंसिपल पर नाराजगी जताई है। बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखने की बात कहते हुए DEO संजय कुमार ने प्रिंसिपल पंकज मूसेस को सस्पेंड कर दिया है। इसी के साथ उन्होंने अन्य टीचरों को भी काम पर लौटने की हिदायत देते हुए कहा कि ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। DEO ने जल्द ही स्कूल में पढ़ाई शुरू होने का दावा किया है। थाना प्रभारी नाथनगर महताब आलम ने मीडिया से शिक्षकों की तरफ से शिकायत मिलने की बात स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि दी गई शिकायत पर जाँच करवाई जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया