गोंडा के टोल प्लाजा कर्मी की बिहार में पीट-पीटकर हत्या, पीड़ित पिता का दावा- बृजभूषण सिंह के जिले से था इसलिए हरियाणा के बाउंसरों ने ली जान

बृजभूषण सिंह के जिले के बलवंत (बाएँ) की बिहार के टोल नाके पर पिटाई के बाद मौत (चित्र साभार: @JayeshSingh1209)

पिटाई से एक टोल प्लाजा कर्मी की मौत का मामला पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के बीच चल रहे विवाद से जुड़ गया है। मृतक टोल कर्मी उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का रहने वाला था। बिहार के आरा-पटना फोरलेन के कुम्हड़िया टोल प्लाजा पर बतौर सुपरवाइजर तैनात था। पीड़ित पिता का दावा है कि उनके बेटे की हत्या बृजभूषण शरण सिंह के जिले से होने के कारण की गई है। कर्मी की पिटाई करने के आरोपितों में से कुछ हरियाणा के हैं।

मृतक टोल कर्मी की पहचान गोंडा के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के मनकापुर गाँव निवासी 35 वर्षीय बलवंत सिंह के तौर पर हुई है। एक वायरल वीडियो में कुछ लोग बुरी तरह उनकी पिटाई करते नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार शुक्रवार (16 जून 2023) को 50 रुपए की चोरी का आरोप लगाकर उनकी पिटाई की गई। आरोपित भी इसी टोल पर काम करते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार वायरल वीडियो में पिटाई करते दिख रहे लोगों की पहचान हरियाणा के रोहतक के रहने वाले अभिमन्यु शर्मा, सुनील जाखर, सुमित, विक्रम कौशिक और यूपी के ज्ञानेंद्र सिंह, सागर, गोलू के रूप में हुई है। लेकिन बलवंत सिंह के पिता सूर्य नारायण सिंह का कहना है कि उनके बेटे की हत्या पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के बीच चल रहे विवाद को लेकर हुई है। उनका बेटा बृजभूषण सिंह का समर्थक था। इसके कारण प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया।

बलवंत सिंह के साले अमित सिंह ने ऑपइंडिया को बताया पहलवानों के मुद्दे पर टोल पर तैनात हरियाणा के बाउंसरों से उनके बहनोई की बहस हुई थी। बृजभूषण का पक्ष लेने पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया। उन्होंने बताया कि जिस दिन यह घटना हुई उसी रात गोंडा जिले के मनकापुर जंक्शन पर बलवंत बेसुध हालत में मिले थे। तब उनकी साँसे चल रही थी। रेलवे पुलिस ने उन्हें गोंडा के अस्पताल में भर्ती करवाया, जहाँ इलाज के दौरान 17 जून को उनकी मौत हो गई।

अमित ने बताया कि 18 जून को बलवंत का अंतिम संस्कार किया गया। उनकी 2 बेटियाँ और 1 बेटा है। सबसे बड़ी बेटी 11 साल की है। उन्होंने बताया कि बलवंत करीब एक महीने पहले ही टोल पर काम करने बिहार गए थे। उससे पहले यूपी के सुल्तानपुर और गोरखपुर टोल पर नौकरी की थी। उनका यह भी दावा है कि पिटाई टोल प्लाजा की छत पर की गई न कि किसी होटल की छत पर, जैसा कई रिपोर्टों में बताया जा रहा है। साथ ही बताया कि बिहार टोल से उन्हें इस मामले में समझौता करने को भी फोन आ रहे हैं।

कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि बुरी तरह पिटाई करने के बाद सिंह को एक ट्रेन में फेंक दिया गया। मानकपुर स्टेशन पर ट्रेन के पहुँचते ही वह गिर पड़े। रेलवे सुरक्षा बल ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके पास मिले पहचान पत्र के आधार पर उनके परिजनों को इसकी सूचना दी गई।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार मौत के बाद परिजन सिंह का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे। इसी बीच शनिवार को पिटाई का वीडियो वायरल हो गया। इस पर संज्ञान लेते हुए गोंडा पुलिस आनन-फानन में सिंह के घर पहुँची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

घटना का जो वीडियो वायरल है उसमें कई लोग बलवंत को घेर कर खड़े हैं और डंडों से पिटाई कर रहे हैं। वे बलवंत से कुछ पूछना चाह रहे थे, जिसे वे कबूल नहीं कर रहे हैं। वे किसी गोलू भैया का भी नाम ले रहे हैं।

बिहार के भोजपुर SP ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं। गोंडा पुलिस ने भी इस घटना का संज्ञान लेते हुए खुद को बिहार पुलिस के सम्पर्क में बताया और नियमानुसार कार्रवाई की बात कही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया