ऑक्सीफ्लोमीटर की कालाबाजारी में पकड़ा गया कॉन्ग्रेस नेता: महिला TI ने मरीज की परिजन बन किया भंडाफोड़

राजेंद्र नगर टीआई और कॉन्ग्रेस के मंडल अध्यक्ष (तस्वीर साभार: दैनिक भास्कर)

इंदौर में ऑक्सीफ्लोमीटर की कालाबाजारी करने वाले कॉन्ग्रेस के मंडल अध्यक्ष यतींद्र वर्मा का राजेंद्र नगर की TI ने एक फोन कॉल से भंडाफोड़ कर दिया। पड़ताल में पुलिस को वर्मा के पास से 2 ऑक्सी फ्लो मीटर बरामद हुए। पुख्ता सबूतों के आधार पर पुलिस ने कॉन्ग्रेस के मंडल अध्यक्ष को देर रात पकड़ा।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, राजेंद्र नगर टीआई अमृता सोलंकी ने वर्मा को पकड़ने के लिए एक मरीज की परिजन बनकर उससे संपर्क किया। सोलंकी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ रही है। ऐसे में लोग किसी प्रकार ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था तो कर ले रहे हैं, लेकिन उसमें लगने वाले ऑक्सी फ्लो मीटर के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। इसी स्थिति का फायदा उठाकर लोग इसकी जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। ये लोग तीन से चार गुना तक वसूल रहे हैं।

टीआई ने बताया कि उनके पास इस संबंध में रात में शिकायत आई थी। उन्हें बताया गया कि कोई यतींद्र नाम का आदमी अधिक दाम पर ऑक्सी फ्लो मीटर दिलवा रहा है। जब उन्होंने मरीज का परिजन बनकर बात की। तो ये आरोप सही निकले। वर्मा की ओर से जवाब आया कि वह 7 हजार रुपए में ऑक्सी फ्लो मीटर का इंतजाम करवाके तीन पुलिया पर डिलीवरी दे देगा।

टीआई ने वर्मा के सामने अपनी कोई मनगढ़ंत परेशानी बताई और कहा कि वह घर के पास आकर डिलीवरी दे सकते हैं तो बेहतर होगा। लंबी बातचीत के बाद वर्मा मान गया। वह RTO पर कार से डिलीवरी करने पहुँचा। इसके बाद उसे 7 हजार रुपए दिए गए और जैसे ही वो ऑक्सी फ्लो मीटर निकाल कर देने लगा, टीआई ने उसे दबोच लिया।

सख्ती से पूछताछ में यतींद्र ने सारी सच्चाई उगल दी। उसने बताया कि अरबिंदों अस्पताल के पास उसका किराए का मकान है। उसने वहीं ऑक्सी फ्लो मीटर रखे हुए हैं। जब पुलिस टीम बताई जगह पर पहुँची तो ऑक्सी फ्लो मीटर बरामद हो गए। अब आगे की पूछताछ हो रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर कालाबाजारी के लिए वह ये ऑक्सी फ्लो मीटर कहाँ से लेकर आया।

दैनिक भास्कर (साभार) में प्रकाशित राजेंद्र नगर टीआई अमृता सोलंकी और यतींद्र वर्मा के बातचीत के अंश:

TI : हैलो।
वर्मा : हैलो।
TI : वर्मा भैया बोल रहे हैं क्या?
वर्मा : जी, यतींद्र वर्मा बात कर रहा हूँ।
TI : भैया, मुझे आपका नंबर मेरे भाई साहब ने दिया था। बोला था कि ऑक्सी फ्लो मीटर की व्यवस्था नहीं हो पाएगी तो आप कर देंगे क्या?
वर्मा : जी, किसने बोला आपको, किसने नंबर दिया था?
TI : एक राजू भैया हैं, क्या है कि हमारी मम्मी घर पर ही हैं और हमारे पास सिलेंडर तो है, लेकिन उसमें लगने वाला ऑक्सीमीटर नहीं है। उन्होंने कहा था इस नंबर पर बात कर लेना। भैया व्यवस्था करवा देंगे।
वर्मा : मैम, ऑक्सीमीटर मेरे पास तो नहीं है, पर मैं उपलब्ध करवा दूँगा। पर 7 हजार से कम में नहीं आएगा मैडम। किसी के पास एक पड़ा है। करवा दूँगा व्यवस्था आपको।
TI : कितने में आएगा?
वर्मा : 7 हजार रुपए में।
TI : चलेगा भैया अभी बहुत जरूरत है, मेरी मम्मी पॉजिटिव है भैया ।
वर्मा : मैम तो आप एक काम करिए, आप किसी को पहुँचा सकते हैं तो 3 पुलिया चौराहे पर किसी को पहुँचा दीजिए।
TI : कौन से चौराहे पर भैया ।
वर्मा : तीन पुलिया चौराहे पर कार्तिक मेडिकल पर पहुँचा दीजिए।
TI : तीन पुलिया किधर आएगा भैया।
वर्मा : मैम आप कहाँ से बोल रहे हैं।
TI : भैया मैं अन्नापूर्णा से बोल रही हूँ।
वर्मा : मैम, परदेशीपुरा के पास तीन पुलिया आता है। यहाँ पर किसी को पहुँचा दीजिए।
TI : यहाँ आकर आपको काॅल कर लूँ।
वर्मा : जी, मैं करवा दूँगा।
TI : थैंक्यू भैया ।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया