जिस हिन्दू कंडक्टर के ‘सर तन से जुदा’ की कोशिश, उसका परिवार बेहद गरीब: 1 साल पहले हुई थी शादी, रोडवेज के साथी कर्मचारी उठा रहे इलाज का खर्च

लारेब हाशमी के हमले के शिकार बस कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा की पिछले ही साल हुई थी शादी (चित्र साभार- वायरल वीडियो स्क्रीनशॉट)

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में शुक्रवार (24 नवंबर, 2023) को B.Tech के छात्र लारेब हाशमी ने सरकारी बस के कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा पर चापड़ से हमला कर दिया। बाद में पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान आरोपित लारेब हाशमी को गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान हाशमी ने SHO की गोली मार हत्या का भी प्रयास किया था। ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़ित हरकेश के पिता ने बताया कि वो एक गरीब परिवार से हैं। इलाज का ख़र्च उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के कर्मचारी उठा रहे हैं।

लारेब हाशमी पर हरिकेश के पिता रामशिरोमणि विश्वकर्मा ने FIR दर्ज करवाई है। इस FIR में राम शिरोमणि ने बताया है कि लारेब हाशमी ने उनके बेटे पर किराए के विवाद में हमला किया है। इस हमले में हरिकेश की गर्दन के अलावा हाथों पर भी चोटें आई हैं। हमले के दौरान बस में सवार अन्य यात्री भाग खड़े हुए थे। यात्री नंदन यादव ने हरिकेश को अस्पताल भर्ती करवाया। ऑपइंडिया से बात करते हुए रामशिरोमणि विश्वकर्मा ने बताया कि उनके बेटे की हालत में सुधार हो रहा है और अब हरिकेश ने थोड़ा-बहुत बोलना भी शुरू कर दिया है।

2 साल पहले मिली नौकरी, साल भर पहले हुई थी शादी

ऑपइंडिया से बात करते हुए हरिकेश के पिता ने बताया कि वो बेहद गरीब परिवार से हैं। 24 साल के हरिकेश ने इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है। इसके अलावा उन्होंने ITI की डिग्री भी ली। 2 साल पहले प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होने के साथ ही उनको कंडक्टर की नौकरी मिल गई थी। लगभग 1 साल पहले हरिकेश की शादी भी हुई थी। रामशिरोमणि के मुताबिक, उनका परिवार काफी कुछ हरिकेश की कमाई पर निर्भर था। हमसे बात करते हुए हरिकेश के पिता रामशिरोमणि भावुक हो कर रोने लगे।

रोडवेज विभाग के कर्मचारी उठा रहे इलाज का ख़र्च

हरिकेश मूलतः प्रयागराज जिले के थाना सरायममरेज के गाँव सेमरी के रहने वाले हैं। उनके पिता ने ऑपइंडिया को बताया कि उनके बेटे का इलाज स्वरूपरानी अस्पताल प्रयागराज में चल रहा है। इलाज का ख़र्च हरिकेश के साथ उनके विभाग में काम करने वाले सहकर्मी उठा रहे हैं। जब हमने उनसे हमले की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि वो नहीं जानते कि लारेब हाशमी द्वारा उनके बेटे के खिलाफ दिखाई गई ऐसी बेरहमी की वजह क्या है। पुलिस ने हरिकेश की पिता की शिकायत पर लारेब हाशमी के खिलाफ IPC की धारा 307 (जान से मार डालने का प्रयास) के तहत कार्रवाई की है।

हरिकेश को काट कर फिर SHO पर चलाई गोली

लारेब हाशमी के खिलाफ औद्योगिक क्षेत्र में 2 अलग-अलग FIR दर्ज हुई है। पहली FIR घायल हरिकेश के पिता ने दर्ज करवाई है। वहीं दूसरा केस औद्योगिक थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी सुभाष कुमार सिंह ने दर्ज करवाया है। इस FIR में उन्होंने बताया है कि उन्होंने यूनाइटेड कॉलेज के गेट से लगभग 100 मीटर की दूरी पर शाम 5 बजे के लगभग आरोपित लारेब हाशमी को गिरफ्तार किया था। जब हाशमी से घटना में प्रयुक्त चापड़ के विषय में पूछा गया तो उसने चांडी बंदरगाह के पास झाडी में छिपाने की जानकारी दी।

पुलिस टीम लारेब को लेकर घटनास्थल पर चापड़ बरामद करने गई। शाम लगभग 7 बज कर 7 मिनट पर लारेब ने पुलिस से गाड़ी रोकने को कहा। गाड़ी रुकी तो हाशमी एक जगह चापड़ होने की बात कह कर चलने लगा। 50-60 कदम आगे जा कर उसने पुलिस से अपना हाथ छुड़ाया और भागने लगा। जब पुलिस ने हाशमी का पीछा किया तब वो अँधेरे का फायदा उठा कर एक झाडी के पीछे गया। यहाँ से उसने हथियार निकाला और पुलिस पर फायर झोंक दिया। गोली थाना प्रभारी के कान से पास से गुजरी जिस से वो बाल-बाल बच गए।

इसी हमले में SOG प्रभारी सब इंस्पेक्टर रणजीत सिंह भी जैसे तैसे बच पाए। पुलिस के मुताबिक यह गोली हाशमी ने अपने पास छिपा कर रखी 32 बोर की पिस्टल से चलाई थी। आत्मरक्षा में पुलिस की तरफ से हुई जवाबी कार्रवाई में हाशमी के पैर में गोली लगी और जो नीचे गिर पड़ा। गोली लगने के बाद पुलिस ने हाशमी को काबू किया और उस से पास ही रखा चापड़ बरामद किया। पुलिस ने इस मामले में लारेब हाशमी पर IPC की धारा 307 के साथ आर्म्स एक्ट 1959 की धारा 3/25/27 के तहत केस दर्ज किया है। लारेब हाशमी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।