बच्चे का धोखे से खतना, बनाया शमशाद: हिंदू पिता की शिकायत पर अम्मी-नानी गिरफ्तार, कहा- मुझ पर भी इस्लाम कबूलने का डालते थे दबाव

जशपुर में बच्चे का खतना (साभार: दैनिक भास्कर)

छत्तीसगढ़ के जशपुर के सन्ना थाना क्षेत्र में 8 साल के बच्चे का धर्मांतण मामला अब गरमा गया है। आरोप है कि बच्चे की मुस्लिम नानी और अम्मी ने उसे मेला दिखाने के बहाने अंबिकापुर ले जाकर उसका खतना कराया और नाम बदलकर शमशाद करवा दिया। बच्चे के पिता पक्ष को जब इसकी सूचना हुई तो उन्होंने थाने में घटना की शिकायत देते हुए बच्चे की माँ और नानी समेत तीन लोगों पर केस किया। जाँच के बाद पुलिस ने दोनों महिलाओं (अम्मी-नानी) को गिरफ्तार कर लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सन्ना क्षेत्र के नगरटोली में रहने वाले एक दलित युवक ने दस साल पहले एक मुस्लिम लड़की से प्रेम विवाह किया था। बाद में दोनों के एक बेटा (8) एक बेटी (6) हुए। अब दलित युवक का आरोप है कि 21 नवंबर 2021 को उनका बेटा अपनी अम्मी के संग ननिहाल गया था वहीं से उसे बहाने से अंबिकापुर ले जाया गया और उसका खतना करवा दिया गया, फिर उसका नाम भी शमशाद रख दिया गया।

हिंदू पिता के मुताबिक, उन्हें इस संबंध में कई दिन तक पता नहीं चला। कुछ दिन पहले जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने कार्रवाई की माँग की। दो पक्षों से मामला जुड़ा होने के चलते  CWC और अफसरों को इसकी सूचना दी गई है और बच्चे के बयान के आधार पर 3 लोगों पर एफआईआर हुई।

शिकायत में दलित युवक ने क्या कहा

शिकायतकर्ता पिता ने आवेदन में लिखा, “मैं चितरंजन (टिडु) सोनवानी पिता दामडे सोनवानी जाति घासी ग्राम पंचायत सन्ना का स्थाई निवासी हूँ। मैं ग्राम सन्ना में रहता हूँ, हिंदू धर्म का पालन करता हूँ। आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व मेरा शादी हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार डुमरकोना हर्राडिपा निवासी रेशमा बेगम के साथ हुई थी। उसके बाद से हम लोग हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार सन्ना में जीवनयापन कर रहे थे। हमारे दाम्पत्य सम्बंध से दो बच्चे हैं, जिनका नाम सौरभ सोनवानी उम्र 8 वर्ष एवं द्वितीय पुत्री सानिया सोनवानी उम्र 6 वर्ष है।”

शिकायत में पीड़ित के पिता ने बताया कि कैसे उनके पुत्र सौरभ सोनवानी का उनकी बीवी ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर चुपके से खतना करवाया, जिसकी सूचना उन्हें बाद में मिली। उन्होंने अपनी शिकायत में जानकारी दी कि उनके ससुराल वाले उनके विवाह के पश्चात से उनपर लगातार इस्लाम धर्म स्वीकार करने का दबाव बना रहे थे। इस हेतु उन्हें कई प्रलोभन भी दिए गए, जिसमें पिकअप गाड़ी देने की बात कही गई थी, लेकिन वे इस्लाम धर्म स्वीकार करने के पक्ष में बिल्कुल नहीं थे और न ही अब हैं। इसी कारण से उनकी बीवी रेश्मा बेगम और उसके मायके पक्ष भाई वगैरह ने मिलकर उनके नाबालिग पुत्र सौरभ सोनवानी का इस्लाम धर्म में धर्मान्तरण करवा दिया।

बीजेपी नेता प्रबल प्रताप सिंह ने किया विरोध

8 वर्षीय नाबालिग से जुड़े इस धर्मांतरण के मामले ने तूल पकड़ा तो बीजेपी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि जिले के सन्ना थाना में दर्ज खतना मामले में हिंदू पिता की सहमति के बिना पुत्र का खतना कर धर्मांतरित किया जाना असहनीय है। प्रशासन इसमें लिप्त सभी कुकर्मियों को अविलंब गिरफ्तार करे और धर्मांतरण पर अंकुश लगाए।

मालूम हो कि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव धर्मांतरित लोगों का घर वापसी और धर्मांतरण के खिलाफ लगातार जागरूकता फैलाते रहे हैं। इसके बावजूद धर्मांतरण रुकने का नाम नहीं ले रहा। पहले ईसाई मिशनरियों द्वारा इलाके में कुकर्म को अंजाम दिया जाता था, मगर इस केस में धर्मांतरण के पीछे मुस्लिम समुदाय का हाथ सामने आया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया