जमशेदपुर में धार्मिक झंडे के साथ लटका मिला माँस: सड़क पर उतरे हिन्दू संगठनों का विरोध प्रदर्शन, पढ़ी हनुमान चालीसा, पुलिस बल तैनात

झारखंड के जमशेदपुर में धार्मिक झंडे पर माँस लटकाने पर साम्प्रदायिक तनाव (चित्र साभार- Z न्यूज़)

झारखंड के जमशेदपुर में साम्प्रदायिक तनाव की खबर है। यहाँ एक धार्मिक झंडे पर माँस का टुकड़ा बाँध देने एक बाद दो पक्ष आमने-सामने आ गए। हिंदू संगठनों ने झंडे को अशुद्ध करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की। हिन्दू संगठनों के विरोध-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही दूसरे पक्ष के लोग भी एकजुट होने लगे। हालाँकि पुलिस ने बीच में पड़ कर मामले को शांत करवाया। घटना शनिवार (8 अप्रैल 2023) की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ममला जमशेदपुर के कदमा शास्त्रीनगर का है। यहाँ ब्लॉक 3 के चौक के पास कुछ धार्मिक झंडे लगे हुए थे। आरोप है कि उन झंडों पर किसी असामाजिक तत्व ने माँस की थैली लटका दी थी। स्थानीय लोगों के माध्यम से इस बात की जानकारी हिन्दू संगठनों को हुई। मौके पर पहुँचे हिन्दू संगठनों ने आरोपितों पर कार्रवाई की माँग करते हुए धरना देना शुरू कर दिया। इस दौरान नारेबाजी हुई जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी एकजुट होने लगे।

बढ़ रहे तनाव को भाँपते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। हिन्दू संगठन के लोगों ने अपने धार्मिक ध्वज को अशुद्ध करने वालों पर कार्रवाई की माँग की। पुलिस अधिकारी दोनों पक्षों से बात करते हुए मामले को शांत करवाने की कोशिश करने लगे। पॉलीथीन में रखे गए माँस को भी मौके से हटा दिया गया। घंटों चली बातचीत के बाद हिन्दू संगठन के सदस्यों ने पुलिस द्वारा आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर अपने धरने को समाप्त किया।

इस घटना के विरोध में हिन्दू संगठन के सदस्यों ने झंडे को बदल दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क पर टायर भी जलाए गए। घटना स्थल पर सड़क पर ही बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। पाठ के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आरती भी की। जिस स्थान पर झंडे को अशुद्ध करने का आरोप लगा है उस चौक का नाम बजरंग चौक करने की भी माँग उठी। साथ ही प्रशासन द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में CCTV कैमरे लगवाने की अपेक्षा जताई गई। चौक पर माँस बेचने वाली दुकानों को भी हटाने के लिए प्रशासन से अपील की गई है। प्रशासन को आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया गया है।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।