‘हिन्दू धर्म का अपमान करने वाले कॉन्ग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के किताब पर नहीं लगा प्रतिबंध तो करूँगा आत्मदाह’: संत परमहंस

कॉन्ग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के किताब पर नहीं लगा प्रतिबंध तो करूँगा आत्मदाह': संत परमहंस

कॉन्ग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा लिखे गए पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ को लेकर विवाद जारी है। इस पुस्तक में हिंदुत्व को मानने वाले रामभक्तों और हिंदू धर्म की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकी संगठन से सलमान खुर्शीद ने की है। जिसके बाद वे अयोध्या के संतों के निशाने पर आ गए हैं। पुस्तक में हिंदू धर्म को लेकर किए गए टिप्पणी से नाराज तपस्वी छावनी के संत परमहंस दास ने आमरण अनशन और आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।

न्यूज18 की रिपोर्ट के मुुताबिक संत परमहंस दास ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से माँग की है कि सलमान खुर्शीद की किताब पर प्रतिबंध लगाया जाए और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। ऐसा नहीं होने पर वह आत्मदाह कर सकते हैं। परमहंस दास ने कहा कि 100 करोड़ भारतीय की तुलना आतंकी संगठन से करना यह राष्ट्र की अवमानना है। उन्होंने कहा कि बहसंख्यक समाज के देवी-देवताओं के ऊपर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। आस्था पर चोट की जा रही है। यह बहुत ही चिंताजनक है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री इसे गंभीरता से लेंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे।

बता दें कि परमहंस ने पिछले दिनों अयोध्या कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी। परामहंस दास ने बताया कि कॉन्ग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने एक पुस्तक सनराइज ओवर अयोध्या में 113 नंबर पृष्ठ पर लिखा है कि हिंदुत्व आईएसआईएस संगठन जैसे हैं। हिंदुत्व कहने से जितने भी सनातन को मानने वाले हिंदू हैं। सभी की तुलना उन्होंने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस किया है। और जितने भी हिंदू चाहे वह शंकराचार्य हो, महामहिम राष्ट्रपति हो या प्रधानमंत्री इसके अलावा कोई अन्य व्यक्ति हो जितने भी हिंदू हैं सभी को उन्होंने आतंकवादी बताया है।

इससे वो बहुत आहत हैं। इसलिए उन्होंने अयोध्या कोतवाली में सलमान खुर्शीद के खिलाफ तहरीर दिया। उन्होंने कहा कि जो कॉन्ग्रेस के नेता चाहे वह राशिद अल्वी हो जो हिंदुओं को राक्षस बता रहे हैं या पी चिदंबरम सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना कर रहे हैं। अराजकता पूर्ण माहौल में समाज में विद्वेष की भावना को फैलाना चाहते हैं। इन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया