6 शादी, 60 गर्लफ्रेंड, ₹40 करोड़ का फ्रॉड: कभी शेयर ब्रोकर तो कभी फिल्म डायरेक्टर बन फेंकता था ‘प्रेमजाल’, फिर चूना लगा हो जाता था फरार

फरीदाबाद पुलिस ने आकाश वर्मा को गिरफ्तार किया है (फोटो साभार: हिंदुस्तान टाइम्स)

किसी के लिए ‘पति’ तो किसी के लिए ‘प्रेमी’ ठग आकाश वर्मा (Conman Akash Verma) आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। उसे नोएडा के एक रेस्टोरेंट से गिरफ्तार किया गया। उस पर अलग-अलग महिलाओं से 40 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। मेट्रिमोनियल साइट्स पर आईडी बनाकर वह महिलाओं से दोस्ती करता था। जाल में फँसने के बाद उनसे धोखाधड़ी कर फरार हो जाता था।

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बीते दो दशकों में उसने कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया। 48 वर्षीय आकाश वर्मा मेट्रिमोनियल साइट्स पर कभी खुद को शेयर ब्रोकर, कभी रियल एस्टेट डेवलपर या फिर फिल्म डायरेक्टर बनकर मिलता था। जो महिला जैसी हो, उसके साथ वह वैसा ही बनकर मिलता था। उसने 6 शादियाँ कर रखीं थीं और कम से कम 60 महिलाओं के साथ उसके संबंध थे। 40 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में बीते तीन महीने से फरीदाबाद की पुलिस उसके पीछे पड़ी हुई थी और आखिरकार सोमवार (23 मई 2022) को उसे गिरफ्तार किया गया।

फरीदाबाद के बीपीटीपी थाने के एसएचओ अर्जुन धुंधारा के मुताबिक, जिन 6 महिलाओं से उसने शादी की थी, उसमें एक एनआरआई और एक मॉडल भी थी। जिन लोगों को उसने अपना शिकार बनाया था उसमें से अधिकतर भावनात्मक रूप से टूट चुकी या फिर तलाकशुदा महिलाएँ थीं। लेकिन ये सभी महिलाएँ किसी न किसी संस्थान में अच्छे पदों पर काम करती थीं। वो नई महिला को फँसाने से पहले अपनी पहचान बदल देता था। उसके खिलाफ नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम, गाजियाबाद औऱ फरीदाबाद में कम से कम 6 केस दर्ज हैं।

आकाश वर्मा ने फेक डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल कर कई सारे बैंक अकाउंट्स खोले औऱ प्रॉपर्टीज को गिरवी रखकर लोन भी लिए। लेकिन जिन प्रॉपर्टीज को उसने गिरवी रखा, उन सभी में पीड़ित महिलाओं के हस्ताक्षर थे। उसने 2005 से 2017 के बीच दिल्ली, गुजरात, मुंबई, पुणे समेत पूरे भारत में कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया था।

कौन है आकाश वर्मा

करोड़ों की धोखाधड़ी और कई महिलाओं की जिंदगियों को तबाह करने वाला आकाश वर्मा का जन्म वर्ष 1975 में पंजाब के जालंधर में हुआ था। मिडिल क्लास फैमिली में पैदा हुए आकाश वर्मा के पिता एक प्राइवेट नौकरी करते थे। उसने जालंधर से 10वीं पास की थी। दावा यह भी है कि उसने श्रीराम कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक किया था। हालाँकि, इसका कोई सबूत नहीं है।

मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुआ आकाश शॉर्टकट के जरिए अमीर बनना चाहता था। 18 साल की आयु में उसने पहली बार शादी की और रियल एस्टेट में नौकरी की। उसने शेयरों में निवेश के साथ ही सट्टेबाजी शुरू कर दी।

गौरतलब है कि पहली बार आकाश वर्मा का नाम पुलिस के रिकॉर्ड में उस वक्त आया था, जब उसने ‘Shadi.com’ के जरिए 28 साल की एक महिला को शेयर ब्रोकर बनकर फँसाया। उसने उससे मंदिर में शादी की और फिर ऑस्ट्रेलिया में प्रॉपर्टी खरीदने के नाम पर महिला की 4 करोड़ रुपए की संपत्ति को गिरवी रखकर फरार हो गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया