कोरोना पॉजिटिव जमाती सफीद मियाँ कपड़े की रस्सी बनाकर अस्पताल की खिड़की से हुआ फरार, पुलिस की कई टीमें 12 घंटे उसे ढूँढती रहीं

अस्पताल से फरार जमाती ईंट भट्टे के छिपा मिला

कोरोना वायरस को देश के राज्य-राज्य तक पहुँचाने का काम करने वाले तबलीगी जमात के लोग अब प्रशासन की नाक में दम करने लगे हैं। अभी तक केवल इनके जगह-जगह छिपे होने की सूचना पाकर पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। पर अब इन्होंने स्थिति ऐसी कर दी है कि प्रशासन इनकी पहरेदारी करने पर मजबूर है। 

जानकारी के मुताबिक, जमातियों से जुड़ा नया मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा से आया है। जहाँ एक 60 वर्षीय बुजुर्ग सफीद मियाँ कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद अस्पताल की ख़िड़की से निकलकर भाग गया। इसने इस काम को अंजाम देने के लिए चादर और अपने कपड़ों की रस्सी बनाई और फिर उसी के सहारे खिड़की के रास्ते से उतरकर फरार हो गया।

https://twitter.com/baghpatpolice/status/1247463148161888257?ref_src=twsrc%5Etfw

पुलिस-प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो उनमें हड़कंप मच गया। पुलिस ने उसे खोजने के लिए कई टीमों को लगाया और मंगलवार सुबह तक यानी 12 घंटे के भीतर उसे खोज निकाला।

नेपाल से आए इस जमाती को 3 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यह कोराना पॉजिटिव मरीज दिल्ली से आई 17 नेपालियों की जमात में शामिल था, जो रटौल गाँव के एक मदरसे मे ठहरा हुआ था। जाँच में इसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पिछले चार दिनों से इसका बागपत जिले के खेखड़ा सीएचसी में इलाज चल रहा था। मगर, सोमवार की रात ये सबको चकमा देकर भाग गया।

मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नेपाली बुजुर्ग रात को ही भागा था। उसकी खोज में कई टीमें लगाई गईं थी आखिरकार वह एक गाँव के पास बने ईंट के भट्‌ठे से पकड़ा गया। जिसके बाद उसे दोबारा अस्पताल भेज दिया गया।

बता दें अपराधियों की तरह अस्पताल से फरार हुए इस नेपाली बुजुर्ग के भागने की खबर सुनते ही एसएसपी बागपत ने आसपास के सभी जिलों में कोरोना पाॅजिटिव की तलाश के लिए लोगों से अपील की थी। एसएसपी के निर्देश पर जारी अपील में लिखा था कि अस्पताल से भागे कोरोना पाॅजिटिव नेपाल के सुनसारी निवासी 60 वर्षीय जमाती सफीद मियाँ का उपचार सीएचसी खेकड़ा में चल रहा था। यह उपचार के दौरान अस्पताल से भाग गया है। यह व्यक्ति जिन-जिन लोगों से मिला उन्हें जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित कर देगा। जिस कारण इस व्यक्ति का उपचार होना अत्यधिक आवश्यक है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया