जिस अमान हयात खान को विनय गुप्ता ने दी मार्ट में नौकरी, उसी ने साजिश रच कर पत्नी सहित उतारा मौत के घाट

विनय गुप्ता और नेहा की हत्या (तस्वीर साभार: अमर उजाला)

दिल्ली एनसीआर ग्रेटर नोएडा में मंगलवार (नवंबर 3, 2020) की देर रात एक विनय गुप्ता नाम के कारोबारी और उनकी पत्नी नेहा की हत्या को बेहद सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया गया। आरोपित की पहचान अमान हयात खान बताई जा रही है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में रात के 12:15 बजे उसे फ्लैट तक आते और वारदात के बाद हाथ में विनय की दुकान/मार्ट का थैला लेकर जाते देखा। 

पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपनी जाँच में मार्ट के कई कर्मचारियों से बात की। उन्होंने बताया कि दुकान में कपड़े, गहने आदि के अलग-अलग स्टॉल काउंटर हैं। इनमें कपड़े का स्टॉल विनय के भांजे सौरभ मित्तल का है। वह गाजियाबाद रामप्रस्थ का निवासी है। कर्मचारियों की मानें तो सौरभ के स्टॉल पर कुछ समय तक कमल नाम का लड़का काम करता था। लेकिन कुछ समय पहले उसके काम छोड़ने के कारण वहाँ हयात को बैठाया गया।

पुलिस को जाँच में पता चला है कि आरोपित सभी को अपना नाम अमन बताता था लेकिन उसके हाथ में हयात गुदा हुआ था। सभी पहलुओं को जोड़ते हुए आशंका जताई जा रही है कि अमन का पूरा नाम अमान हयात खान था और स्पेलिंग एक जैसी होने की वजह से वह अमान नाम को ही अमन की तरह इस्तेमाल करने लगा था। 

इसी अमान ने पैसों के लालच में मार्ट के मालिक विनय गुप्ता को मारने का प्लान बनाया और घटना को अंजाम देने से कुछ दिन पहले ही छुट्टी लेकर अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। इसके बाद ग्रेनो वेस्ट की हाई सेक्योरिटी से लैस टेकजोन-5 चेरी काउंटी सोसायटी निवासी विनय के आवास पहुँचा और मौका पाते ही उन पर ताबड़तोड़ वार किए। वारदात को अंजाम देने में उसके जूते भी खून से बुरी तरह सन गए थे। इसलिए वह फ्लैट में अपने जूते उतार कर और विनय के जूते पहन कर फरार हुआ। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल पर पहुँचने पर उन्हें नेहा का शव रसोई के पास पड़ा मिला और वहीं करीब में पराठा रखा था। इसे देखकर अंदाजा लगाया गया कि शायद करवाचौथ से एक दिन पहले नेहा रात का भोजन करने जा रही थीं, तभी आरोपित ने उन पर हमला किया। नेहा के शव से ही 20 कदम दूर विनय का शव पड़ा था और कमरे में टीवी चला हुआ था।

पुलिस को अभी तक की जाँच में अमान हयात खान द्वारा की जा रही धोखाधड़ी की बात भी पता चली है। अन्य कर्मचारियों ने बयान में बताया कि अमान अपने स्टॉल से कपड़े बिक्री के रुपयों में धोखाधड़ी करता था। उसने कुछ दिन से बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी ली हुई थी। जब हत्या के मामले का खुलासा हुआ तभी इस हेरफेर का भी पता चला।

यहाँ बता दें कि अभी दो महीने पहले इसी सोसायटी के अंदर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके कारण पुलिस सोसायटी में तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी गहनता से पूछताछ कर रही है। सीसीटीवी खराब पाए जाने पर सुरक्षा एजेंसी का लाइसेंस भी रद्द करने की अपील डीजीपी को रिपोर्ट भेज कर की गई है।

इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल उमरांव ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “ग्रेटर नोयडा में विनय गुप्ता नें अपनी दुकान में अमान हयात खान को नौकरी दी थी। हयात नें पैसों के लालच में विनय के फ्लैट में घुसकर 12 से अधिक वार करके विनय व उनकी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। अगर जीवन सुरक्षित चाहते हैं तो ऐसे लोगों को नौकरी देने या घर में प्रवेश देने से बचें।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया