WFI चीफ बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली में 2 FIR, पॉक्सो एक्ट में भी केस दर्ज: पहलवान अब भी संतुष्ट नहीं, पूछा- हमें इससे क्या मिलेगा

बृजभूषण शरण सिंह (साभार: इंडिया टीवी)

दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और गोंडा से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की है। ये प्राथमिकी महिला पहलवानों की शिकायत पर दर्ज की गई हैं। महिला खिलाड़ियों से यौन शोषण से संबंधित इन FIR में एक POCSO ऐक्ट में दर्ज की गई है। हालाँकि, पहलवान सिर्फ FIR दर्ज होने से संतुष्ट नहीं हैं। वे सांसद की तुरंत गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं।

दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने कहा, “पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है। यह एक महिला की गरिमा को ठेस पहुँचाने के लिए भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के साथ POCSO अधिनियम के तहत दर्ज की गई है।”

डीसीपी ने आगे कहा, “दूसरी प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत अन्य वयस्क शिकायतकर्ताओं द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई है। यह अन्य समान धाराओं के साथ एक महिला की शील भंग करने से संबंधित है।” दोनों FIR दिल्ली की कनॉट प्लेस थाने में दर्ज की गई है।

बता दें कि दिल्ली पुलिस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शुक्रवार (28 अप्रैल 2023) को अदालत को बताया था कि उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली जाएगी। इसके बाद शाम को प्राथमिकी दर्ज की गई।

हालाँकि, अब तक FIR दर्ज करने की माँग करते आ रहे पहलवानों ने कहा है कि सांसद को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वे अपना धरना खत्म नहीं करेंगे। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह को सांसदी छोड़ने की भी माँग की है।

पहलवान सत्यव्रत कादियान का कहना है, “यह अच्छा है कि FIR दर्ज कर ली गई है। FIR से हमें क्या मिलेगा? क्या FIR से हमें न्याय मिलेगा? दिल्ली पुलिस को पहले ही दिन FIR दर्ज कर लेनी चाहिए थी। हमारी ऑन-पेपर लड़ाई अभी शुरू हुई है। देखते हैं कि हमारी कानूनी टीम और कोचों का क्या कहना है। हम माँग कर रहे हैं कि कुश्ती को राजनीति से अलग किया जाए और हमारी महिला पहलवानों का भविष्य सुरक्षित किया जाए।”

अब जबकि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा FIR दर्ज करने की माँग को दिल्ली पुलिस ने माँग ली तो पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि उन लोगों को दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है। फोगाट ने कहा, “हमारी माँग है कि उन्हें (WFI अध्यक्ष) जेल में डाला जाए। उन्हें हर एक पद से हटाया जाए। सांसद पद से भी इस्तीफा दें।”

वहीं, प्रदर्शन कर रहे बजरंग पूनिया ने कहा, “उनको (बृजभूषण सिंह को) तुरंत जेल मे डाला जाना चाहिए। हम पुलिस की FIR का इंतजार कर रहे हैं कि किन धाराओं में केस दर्ज होता है। हमारा फोन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने नहीं उठाया।”

पहलवान साक्षी मलिक के साफ लग रहा है कि पहलवान दिल्ली पुलिस को सहयोग नहीं करेंगे और ना ही इस मामले में अपना बयान दर्ज कराएँगे। साक्षी ने कहा, “हम अपना बयान सुप्रीम कोर्ट में दर्ज कराएँगे। उनको (बृजभूषण शरण सिंह) को जेल में डालने और सभी पदों से हटाने के बाद ही हमारा प्रदर्शन खत्म होगा।” 

बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार (28 अप्रैल 2023) को कहा था, “कोर्ट ने आज जो भी फैसला किया है, मैं उसका स्वागत करता हूँ। इस फैसले से मैं बहुत खुश हूँ। अब कोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मुझे इंसाफ मिलेगा। मुझे अपने कर्म पर भरोसा है।”

बृजभूषण शरण सिंह ने खिलाड़ियों को लेकर कहा था, “पहलवानों की माँगें लगातार बदल रही हैं। वे सवाल उठाते रहेंगे। दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठाएँगे। मुझे आजतक किसी मामले में किसी अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है। सब कुछ राजनीति से प्रेरित है।”

पहलवानों ने सभी नेता और अपने जाट समुदाय के खापों से समर्थन माँगा था। जंतर-मंतर के प्रदर्शन स्थल पर कॉन्ग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और उनके बेटे दिपेंद्र हुड्डा सहित हरियाणा के कुछ खिलाड़ियों ने अपना समर्थन दिया। इस दौरान ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी’ के नारे लगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया