अमन दीक्षित बन देवबंद के मुस्लिम डॉक्टर ने हिंदू महिला से की 5वीं शादी, जबरन इस्लाम कबूल करवा दोस्तों से कराया गैंगरेप: पीड़िता बोली- अपने हाथों से जलाने का हो रहा मन

देवबंद के मुस्लिम डॉक्टर अहबर हुसैन पर कोलकता की हिंदू महिला से अमन दीक्षित बन कर पहले निकाह करने बाद में बेटी सहित इस्लाम कबूल करवाने का आरोप

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से लव जिहाद का मामला सामने आया है। यहाँ एक शादीशुदा मुस्लिम डॉक्टर ने खुद को अमन दीक्षित बताकर हिन्दू लड़की को पहले प्यार के जाल में फँसाया फिर इस्लाम कबूल करवा दिया। मूलतः कोलकाता निवासी पीड़िता को देवबंद के एक घर में बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई की गई। आरोपित का नाम अहबर हुसैन है। अहबर हुसैन अब तक 5 निकाह कर चुका है जिसमें से 4 बीवियाँ मुस्लिम हैं। सोमवार (1 जुलाई 2024) को पुलिस ने आरोपित के खिलाफ FIR दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है।

यह घटना सहारनपुर जिले के थानाक्षेत्र देवबंद की है। यहाँ सोमवार को पीड़िता ने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़िता ने बताया कि वो मूल रूप से कोलकाता की रहने वाली है। वह पहले से शादीशुदा और 7 वर्षीया एक बच्ची की माँ है। यहाँ देवबंद का रहने वाला अहबर हुसैन उसे अमन दीक्षित नाम से मिला था। अमन ने पीड़िता को प्यार के जाल में फँसाया। कोलकाता में ही अहबर ने पीड़िता से हिन्दू विधि-विधान से शादी की। विवाह के फोटो और वीडियो भी पीड़िता ने पुलिस को सबूत के और पर उपलब्ध करवाए हैं। ऑपइंडिया के पास शादी के वीडियो फुटेज मौजूद हैं।

हिन्दू विधि विधान से पीड़िता से शादी करता अहबर हुसैन

दोस्तों से करवया गैंगरेप

शादी के बाद आरोपित डॉक्टर पीड़िता को देवबंद ले आया। यहाँ उसने पीड़िता को एक कमरे में बंद कर दिया। यहाँ वो महिला के साथ रेप करता था। मना करने पर पीड़िता की पिटाई की जाती थी। खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता था। आरोपित डॉक्टर ने कमरे में CCTV भी लगवा दिया था जिसके बाद वो पीड़िता की एक-एक हरकत पर नजर रखता था। इस बीच अहबर हुसैन के कुछ दोस्तों ने भी पीड़िता से रेप किया। 25 जून 2023 को हुए इस गैंगरेप में डॉक्टर आरिफ और शहज़ाद के नाम बताए गए हैं। महिला ने अपनी शिकायत में आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।

नाबालिग बेटी का भी धर्मान्तरण

देवबंद में ही अहबर हुसैन ने पीड़िता और उसकी 7 वर्षीया नाबालिग बेटी को को इस्लाम कबूल करवा दिया। पीड़िता का दावा है कि वो पश्चिम बंगाल की एक अनपढ़ महिला है जिसे हिंदी भाषा का ठीक से ज्ञान नहीं है। इसी का फायदा उठाकर अहबर हुसैन से उससे कुछ कागजातों पर दस्तखत करवा लिए थे। बाद में इन्हीं कागजातों के आधार पर पीड़िता और उसकी बेटी का आधार कार्ड भी बनवा दिया गया। उसने बताया कि जब तक उसे अहबर हुसैन के मुस्लिम होने का पता चला तब तक वो आरोपित के जाल में फँस चुकी थी।

नाबालिग बेटी सहित पुलिस से न्याय की गुहार

अहबर हुसैन देवबंद के बेबी केयर हॉस्पिटल में बच्चों का डॉक्टर है। महिला ने रोते हुए आगे कहा, “उसे जेल भेजा जाए। नहीं तो हमारे हाथ में दें उसे। हम तो जलाएँगे उसे। हमें बहुत ज्यादा दुःख दिया है उसने।”

नहीं मिला न्याय तो कर लूँगी आत्महत्या

शिकायत में पीड़िता ने बताया है कि अगर आरोपित अहबर हुसैन पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो उसके पास आत्महत्या के अलावा कोई और चारा नहीं बचेगा। पुलिस ने इस शिकायत पर अहबर हुसैन, शहजाद और डॉक्टर आरिफ को नामजद करते हुए FIR दर्ज कर ली है। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता IPC की धारा 376 डी और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के सेक्शन 5(1) के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। सहारनपुर के एडिशनल एसपी ने बताया कि केस में जाँच कर के जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

डॉक्टर की मुस्लिम बीवी भी आई सामने

इस बीच डॉक्टर अहबर की पूर्व पत्नी फौजिया भी मीडिया के सामने आई है। मूलतः सहारनपुर की रहने वाली फौजिया ने बताया कि 13 साल पहले उनका निकाह डॉक्टर अहबर हुसैन से हुआ। 4 साल पहले अहबर ने पीड़िता को बेसहारा छोड़ दिया। अब फौजिया अपनी 2 बेटियों का अकेले पालन-पोषण कर रहीं हैं। फौजिया का आरोप है कि उनकी जानकारी में उनका शौहर 5 निकाह कर चुका है। साथ ही उन्होंने यह भी आशंका जताई कि इसके अलावा भी अहबर ने चोरी-छिपे कई और निकाह भी किए होंगे। फौजिया भी चाहती हैं कि अहबर को जेल भेजा जाए।

हिन्दू संगठनों ने उठाई कार्रवाई की माँग

इस मामले में बजरंग दल ने भी दस्तक की। सहारनपुर के बजरंग दल पदाधिकारी विकास त्यागी ने बताया कि फिलहाल अहबर हुसैन 2 बीवियों को साथ ले कर देवबंद रह रहा था जिसमें एक हिन्दू पीड़िता भी शामिल हैं। इसकी एक बीवी सहारनपुर के सरसावा, दूसरी इसी जिले के गंगोह और तीसरी के उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में होने की आशंका जताई गई है। विकास त्यागी ने अहबर हुसैन के करतूतों की गहराई से जाँच की माँग उठाई है।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।