Air India पर DGCA ने लगाया ₹30 लाख का जुर्माना, पायलट 3 महीने के लिए सस्पेंड: बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने का मामला

पेशाब मामले एअर इंडिया पर 30 लाख का जुर्माना, पायलट 3 महीने सस्पेंड (फोटो क्रेडिट-एयर इंडिया )

नागरिक विमानन निदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया (AI) में एक यात्री द्वारा महिला यात्री पर पेशाब करने के मामले पर सख्त रुख अपनाया है। डीजीसीए ने एयर इंडिया पर 30 लाख का जुर्माना लगाया है और पायलट पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में उसके लाइसेंस को 3 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इन-फ्लाइट सेवा के निदेशक (Director-in-flight service) पर 3 लाख का जुर्माना लगाया गया है।

वहीं DGCA के आदेश के बाद एयर इंडिया ने भी कमियों को दूर करने की बात कही है। एयर इंडिया ने कहा है, ”हम डीजीसीए के आदेश का अध्ययन कर रहे हैं। हम अपनी रिपोर्टिंग में कमियों को स्वीकार करते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रासंगिक कदम उठा रहे हैं कि उन्हें दूर किया जाए। हम दुर्व्यवहार करने वाले यात्रियों से जुड़ी घटनाओं से निपटने के लिए अपने कर्मचारियों को जागरूक कर रहे हैं और उसी अनुरूप नीतियों के अनुपालन को भी मजबूत कर रहे हैं।”

26 नवंबर, 2022 को बिजनेस क्लास में यात्रा कर रहे एक शंकर मिश्रा नामक एक शख्स ने शराब के नशे में धुत होकर करीब 70 वर्षीय एक महिला सहयात्री पर पेशाब कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपित यात्री ने कथित तौर पर महिला सहयात्री को अपने प्राइवेट पार्ट भी दिखाए थे। इसके बाद आरोपित शख्स दिल्ली एयरपोर्ट पर बेधड़क उतरा और चलता बना था। दिल्ली पुलिस ने उसे 6 जनवरी को गिरफ्तार किया था।

एयर इंडिया ने घटना सामने आने के बाद पहले मिश्रा पर 30 दिन का यात्रा प्रतिबंध लगा दिया था। हालाँकि, 19 जनवरी 2023 को एयर इंडिया ने आरोपित मिश्रा पर चार माह का प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध उसपर लगाए गए 30 दिन के प्रतिबंध के अलावा है।

उल्लेखनीय है कि इस घटना के बाद एक और महिला यात्री पर पेशाब करने की घटना सामने आई थी। उसके बाद ये भी पता चला था कि इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (IGI) के गेट पर जौहर अली खान नाम के शख्स ने रविवार (8 जनवरी, 2023) को एयरपोर्ट के गेट नंबर 6 के पास पेशाब कर दिया।

इन घटनाओं के मद्देनजर वामपंथी पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने पूछ दिया था कि अगर उसके नाम में खान होता तो क्या होता तो? वहीं उनकी पत्नी सागरिका घोष ने पूरी हिंदी पट्टी को ‘बीमारू’ करार दिया था। सदानंद धुमे जैसों ने तो कह दिया कि भारत के लोगों का व्यवहार ही सही नहीं है फ्लाइट्स में, जबकि कई भारतीय मानवीय कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया