बिहार में शराब खोजने निकला ₹60 लाख का हाईटेक ड्रोन, कहाँ गया अब तक कोई अता-पता नहीं: जानकारी देने वाले को मिलेगा इनाम

बिहार में शराब खोजने के लिए निकला ड्रोन हुआ लापता (प्रतीकात्मक तस्वीर)

बिहार में रेल इंजन और पुल चोरी होने जैसी घटनाएँ हो चुकी हैं। इसलिए एक ड्रोन जैसी चीज का लापता होना बड़ी बात नहीं है। हालाँकि, बड़ी बात ये है कि जिस ड्रोन से नीतीश कुमार की सरकार शराबबंदी वाले राज्य बिहार में शराब खोजने का काम करती थी, वही पिछले 10 दिनों से गायब हो गया है। सरकार ने 60 साथ रुपए खर्च करके इस ड्रोन को खरीदा था।

यह ड्रोन पटना से 10 दिन पहले 4 मई 2023 को उड़ाया गया और छपरा के दियारा इलाके में शराब की तलाश कर रहा था। इसी दौरान ड्रोन का संपर्क टूट गया और वह लापता हो गया। लाख कोशिश करने के बाद भी अधिकारी उसका पता नहीं लगा पाए। बिहार सरकार ने इसकी जानकारी देने वाले को 25 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है।

फिक्स विंग नाम का यह ड्रोन बिहार का एकमात्र ड्रोन था। यह हवाई जहाज की तरह दिखता था और दियारा की शराब की फैक्ट्रियों को चिन्हित कर अधिकारियों के नंबर पर जीपीएस मैसेज भेजता था। इसके बाद अधिकारी उस इलाके में कार्रवाई करते थे। यह पटना के मद्य निषेध विभाग के कंट्रोल रूम से ऑपरेट होता था।

ड्रोन की उड़ान क्षमता 100 किलोमीटर तक की थी। इसमें हाई रिजॉल्यूशन कैमरे लगे। यह ड्रोन काफी ऊँचाई से भी साफ तस्वीर कैद कर लेता था। जिस इलाके में यह निगरानी करता था, उसे लोग जहाज समझ लेते थे। कहा जाता है कि इसकी कीमत 60 लाख रुपए थे। अब मद्य निषेध विभाग के अधिकारी इसे खोज रहे हैं।

अधिकारियों को आशंका है कि यह तेज हवाल या ऊंचाई पर उड़ने वाले पक्षियों से टकराकर क्रैश हो गया होगा और कहीं दलदली इलाके या घनी झाड़ियों में गिर गया होगा। इसलिए इसे खोजने में समस्या हो रही है। यह ड्रोन से लगभग 500 मीटर की ऊँचाई से तस्वीरें लेता था। इसलिए इसे जमीन से मारकर गिराने की आशंका कम है।

ड्रोन के गुम हो जाने के बाद नीतीश कुमार के सहयोगी रहे और राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने उन पर तंज कसा है। कुशवाहा ने ट्वीट करके कहा, “माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी, शराब खोजने के चक्कर में पुलिस, अन्य एजेंसियाँ, करोड़ों का बजट सब लापता होते जा रहा है।”

उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा, “बस लापता नहीं हो रही है तो आपकी ज़िद्द और शराब तथा शराब बंदी के नाम पर ग़रीबों पर चल रही बर्बरता। सावधान होइए, सर । वरना यह जो शराब है न, आपकी कुर्सी को लापता किए बिना मानेगी नहीं, क्योंकि शराब के नशा से बड़ा नशा है गरीबों पर ज़ुल्म ढाने की ज़िद।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया