अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम को ED का समन, चीनी प्रोपेगंडा के लिए उसी की कंपनी ने अभिसार शर्मा वाले ‘Newsclick’ को भेजे थे करोड़ों रुपए

अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम को ED ने फिर भेजा समन

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीन से फंडिंग के मामले में मीडिया संस्थान ‘Newsclick’ से जुड़े अमेरिकी उद्योगपति नेविल रॉय सिंघम को समन भेजा है। ED इस मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जाँच कर रही है, जिसमें ‘न्यूज़क्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ को ED ने गिरफ्तार किया था। ये मामला मनी लांड्रिंग का है और नेविल रॉय सिंघम चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से जुड़ा हुआ है। वो चीनी प्रोपेगंडा को फैलाने के लिए दुनिया भर में फंडिंग करता है।

नेविल रॉय सिंघम की संपत्ति करोड़ों में है और उसने अमेरिका की नागरिकता ले रखी है। वो चीन के संघाई में रहता है। PMLA (मनी लॉन्ड्रिंग) में उसके खिलाफ अब फिर से समन जारी किया गया है। केंद्रीय विदेश मंत्रालय के माध्यम से उसे समन भेजा गया है। दिल्ली कोर्ट ने ED को इस मामले में ‘Letters Rogatory’ (विदेशी अदालत से सहायता के लिए औपचारिक निवेदन) भेजा है, ताकि उसका बयान दर्ज किया जा सके। इस मामले की जाँच 2021 में शुरू की गई थी।

नेविल रॉय सिंघम को इससे पहले भी समन भेजा जा चुका है, ताकि वो पूछताछ के लिए हाजिर हो। 2 महीने पहले ही इस प्रकरण में CBI ने भी मामला दर्ज किया है। ‘Newclick’ और नेविल रॉय सिंघम पर FCRA (विदेशी अंशदान विनियम अधिनियम) के उल्लंघन का आरोप है। दिल्ली के सैदुलाजाब स्थित ‘न्यूज़क्लिक’ के दफ्तर में भी छापा पड़ा था। इस मामले में अब तक 25 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। ED ने नेविल रॉय सिंघम को ईमेल भी भेजा है।

‘न्यूज़क्लिक’ के खिलाफ UAPA (आतंक रोधी अधिनियम) के तहत भी जाँच चल रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी चीनी फंडिंग के विषय में उनका नाम लिया था। इस मामले में ‘न्यूजक्लिक’ के HR हेड अमित चक्रवर्ती को भी गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने इन गिरफ्तारियों को अंजाम दिया था। ‘न्यूज़क्लिक’ को अमेरिका में पंजीकृत ‘वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स LLP’ से 9.59 करोड़ रुपए मिले थे। बताया गया कि ये पैसे चीन से आए थे और अमेरिकी कंपनी के माध्यम से भारत भेजे गए।

नेविल रॉय सिंघम के पिता आर्चीबाल्ड सिंघम एक श्रीलंकाई राजनीतिक वैज्ञानिक और इतिहासकार थे। वो न्यूयॉर्क के सिटी यूनिवर्सिटी के ब्रुकलिन कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर थे। वह कैरेबियन में अधिकारी था और गुटनिरपेक्ष आंदोलन में भागीदार थे। इन्हीं के घर 1954 में नेविल रॉय का जन्म हुआ था। नेविल रॉय अपनी युवावस्था में लीग ऑफ़ रिवोल्यूशनरी ब्लैक वर्कर्स एक काले राष्ट्रवादी-माओवादी समूह का सदस्य था

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया