फेसबुक पर इस्लाम पर पोस्ट: तमिलनाडु पुलिस ने #ExMuslim अनीश जसी को भेजा जेल, इस्लामिक सिद्धांतों पर सवाल करना बना गुनाह

अनीश जसी को तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार किया (फोटो साभार: अनीश का फेसबुक)

तमिलनाडु के कोयंबटूर में पुलिस ने फेसबुक पर इस्लाम के सिद्धांतों पर सवाल उठाने वाला पोस्ट शेयर करने के आरोप में खुद को एक्स मुस्लिम कहने वाले अनीश जसी को गिरफ्तार किया है। अनीश जसी एसटी (Aneesh Jasy ST) ने फेसबुक (Facebook) पर यह पोस्ट पिछले हफ्ते पोस्ट किया था।

अनीश तमिल के नास्तिक लोगों में काफी प्रसिद्ध हैं। वह तर्कसंगत, विज्ञान, जातिगत भेदभाव और अंधविश्वास पर चर्चा करने के लिए क्लब हाउस ऐप पर तमिल नास्तिक हाउस रूम की मेजबानी भी करते हैं। उन्होंने अपने कई फेसबुक पोस्ट में इस्लाम और उसके सिद्धांतों को लेकर सवाल उठाए हैं। अनीश अपनी हर फोटो, पोस्ट पर #ExMuslim लिखते हैं। इस हैशटैग से प्रतीत होता है कि वह जन्म से मुस्लिम हैं, लेकिन अब वह इस मजहब को पसंद नहीं करते हैं, इसलिए उन्होंने नास्तिक बनना स्वीकार किया है।

बीते हफ्ते 29 दिसंबर की देर रात अनीश को कुनियामुथुर थाने ले जाया गया। टीएनएम की रिपोर्ट के मुताबिक, उसके दोस्त ने आरोप लगाया है कि पुलिस के पास उसकी गिरफ्तारी का कोई वारंट नहीं था, इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार करके थाने लाया गया। यही नहीं पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की है। दोस्त ने यह भी आरोप लगाया कि कुनियामुथुर थाने के सब-इंस्पेक्टर (एसआई) की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

एसआई वी गणेश कुमार ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि अनीश ने अपनी फेसबुक पोस्ट में इस्लाम, पैगंबर और पवित्र कुरान का अपमान किया है। एसआई का कहना है कि उन्होंने आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट की जाँच की इसके बाद एफआईआर दर्ज की। उन्होंने बताया कि अनीश की एक पोस्ट में कहा गया है, “लोग एक किताब पर मगरमच्छ की तरह आँसू बहाते हैं कि वो पवित्र है।” उन्होंने आगे कहा कि उसने (अनीश) इसके साथ एक मीम भी बनाया है। मीम में एक्स मुस्लिम (ex-Muslim) कहता है कि जब वह हदीस पढ़ता है तो उसे शर्म आती है। एक अन्य पोस्ट में अनीश ने हँसते हुए मुसलमानों को ‘पाखंडी’ कहा था। वह कहता है कि भगवान और पैगंबर मुहम्मद के बीच कोई अंतर नहीं है।

फोटो साभार: अनीश का फेसबुक पेज

एसआई गणेश ने यह भी कहा है कि इन फेसबुक पोस्ट के प्रिंटआउट उनकी लिखित शिकायत के साथ संलग्न किए गए हैं। कुनियामुथुर पुलिस ने अनीश पर 295(ए) (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए जानबूझकर किया गया दुर्भावनापूर्ण कार्य), 153ए(1)(सी) (सभी धर्मों में, जन्म स्थान आदि को लेकर शत्रुता को बढ़ावा देना) और 505 (2) (सार्वजनिक रूप से इस तरह के पोस्ट करना) इन सम्बंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।

अनीश के दोस्त का कहना है कि उन्हें संदेह है कि अनीश को गिरफ्तार कराने में रूढ़िवादी मुस्लिमों का हाथ है, जो उसकी फेसबुक प्रोफाइल पर धमकी भरे कमेंट करते हैं। मैं हैरान हूँ कि शिकायतकर्ता के रूप में पुलिस ने उनका नाम सामने नहीं आने दिया और खुद अनीश की पोस्ट तलाश कर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की। अनीश जो कर रहा है, वह कोई नई बात नहीं है। विभिन्न धर्मों के लोग नास्तिक बन गए हैं और उन्होंने अनुभव के आधार पर अपने धर्म में मौजूद खामियों के बारे में लिखा है। पेरियार के समय से तमिलनाडु में ऐसा होता आ रहा है। वह केवल उस धर्म के भीतर छिपे पाखंड की आलोचना कर रहा था, जिसे उसने छोड़ दिया था।

दोस्त ने यह भी कहा कि गिरफ्तारी की रात अनीश ने करीब 10 बजे अपनी पत्नी को फोन करके कहा कि वह जल्द ही घर आ जाएगा। लेकिन, वह अभी भी जेल में है। अनीश को शुरू में पेरुंदुरई सब-जेल (Perundurai sub-jail) भेजा गया था, वहीं उनकी जमानत याचिका 5 जनवरी को खारिज कर दी गई थी। वह अब कोयंबटूर की सेंट्रल जेल में बंद है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया