26 जनवरी लाल किला कब्जा वाला गैंगस्टर लखा सिधाना जेल से निकलते ही ‘हिंसा प्लानिंग’ के साथ किसान आंदोलन में: पंजाब में ट्रेनों को रोकने का ऐलान

शंभू बॉर्डर पर लखा सिधाना (दाएँ) (फोटो साभार : द हिंदू/X_TimesNow)

पंजाब से दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हैं। किसानों की आड़ में अपना फायदा उठा रहे अपराधी तत्व भी इसमें शामिल हो गए हैं। ऐसे चेहरों में से एक पूर्व गैंगस्टर और दो दर्जन से ज्यादा केस वाला लखा सिधाना भी है। वो किसानों के बीच दिखा है। यही नहीं, उसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वो किसानों से बैरियर को हटाने के लिए उकसा रहा है। वहीं, पंजाब में रेल रोको अभियान का भी ऐलान किया गया है।

एक तरफ किसानों की आड़ में छिपे कट्टरपंथी लगातार आक्रामक कदम उठा रहे हैं, तो दूसरी तरफ सरकार किसानों को मनाने में लगी है। इसी कड़ी में आज (15 फरवरी 2024) केंद्र सरकार के मंत्री किसान नेताओं से तीसरी बार मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि सरकार किसानों की कई माँगों पर सहमत हो चुकी है, बस दो-तीन माँगें ऐसी हैं, जिनपर विचार किया जा रहा है। बता दें कि किसानों की मुख्य माँग एमएसपी की कानूनी गारंटी की है, साथ ही वो स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के हिसाब से एमएसपी चाहते हैं।

शंभू बॉर्डर बना शक्ति प्रदर्शन का केंद्र, दिखा गैंगस्टर

चंडीगढ़ से दिल्ली कूच करने वाले किसानों को पंजाब की सीमा पर रोक लिया गया है। हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर को सील कर दिया है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश रहे हैं। वहीं, इस बीच किसान आंदोलनकारियों के बीच ही एक पूर्व गैंगस्टर लखा सिधाना के भी होने की खबर आ रही है। लखा कुछ साल पहले तक बहुत खतरनाक गैंगस्टर था, अब वो राजनीति करता है।

एक जानकारी ये भी मिली है कि उसके 44 से ज्यादा आदमी लोग पुलिस मुठभेड़ में अलग-अलग समय पर ढेर हो चुके हैं। हालाँकि अब वो खुद को नेता बताता है और पंजाब में चुनाव लड़ चुका है। लेकिन यही लखा सिधाना 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हिंसा के मामले में भी सक्रिय था। वो दीप सिद्धू का दोस्त था और अब उसकी जगह लेना चाहता है। खास बात ये है कि उगाही के मामले में वो 2 दिन पहले ही जमानत पर बाहर आया है और आते ही लोगों को हिंसा के लिए उकसाता दिख रहा है। वो जेसीबी पर खड़ा होकर लोगों को उकसाते हुए बैरियर तोड़ने के बाद ही दिल्ली जाने की बात कह रहा है।

किसानों से तीसरे दौर की बातचीत कर रही सरकार

केंद्र सरकार ने किसान नेताओं से तीसरे दौर की बातचीत के लिए कहा, जिस पर सहमति बन गई है। चंडीगढ़ में आज (15 फरवरी 2024) शाम को 5 बजे ये बैठक होगी। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल रहेंगे। पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि किसान सकारात्मक तरीके से बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने बैठक से समाधान निकलने की भी बात कही। जानकारी के मुताबिक, 14 फरवरी 2024 को कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्य नेताओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही सरकार ने किसानों से तीसरे दौर की बातचीत के लिए संदेश भेजा।

पंजाब में रेल रोको अभियान

किसान आंदोलन 2.0 के तीसरे दिन सरकार और किसानों के बीच तीसरे दौर की बातचीत होने जा रही है, जिसमें बाकी बचे मुद्दों का भी समाधान निकल सकता है। इस बीच, पंजाब में किसानों ने रेल रोकने का ऐलान कर दिया है। पंजाब के किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (उग्रहा) ने आज (15 फरवरी 2024) पंजाब में ट्रेनों को रोकने का ऐलान किया है। पंजाब में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को चलने नहीं दिया जाएगा। बीकेयू(उग्रहा) ने शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने और उनके खिलाफ बल-प्रयोग के विरोध में ये ऐलान किया। इसके बाद आनन-फानन में कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। वहीं, किसानों ने 4 घंटों के लिए सभी टोल प्लाजा भी फ्री कर देने का ऐलान कर दिया है।

बता दें कि किसानों के दिल्ली मार्च के दूसरे दिन शंभू बॉर्डर पर किसानों ने जमकर पथराव किया। उन्होंने बैरियर तोड़ने की भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। पुलिस ने किसानों को बैरियर तोड़ने से रोकने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़े और उन्हें तितर बितर किया। वहीं, छिटपुट दिल्ली की तरफ बढ़े किसानों को दिल्ली में आने से रोकने के लिए पूरी दिल्ली को सील कर दिया गया है। दिल्ली में हरियाणा से लगे टिकरी-सिंघु और झरोदा बॉर्डर की लगभग किलेबंदी कर दी गई है। वहीं, दिल्ली-यूपी सीमा पर चिल्ला-गाजीपुर बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कर दिए गए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया