बजरंग, साक्षी, विनेश सहित कई पर FIR: बोले जंतर-मंतर वाले पहलवान- हम पर केस में 7 घंटे भी नहीं, बृज भूषण पर लगे 7 दिन

पहलवानों पर एफआईआर (फोटो साभार: IndiaToday)

दिल्ली पुलिस ने रविवार (28 मई 2023) को जंतर-मंतर पर हुई घटना के सिलसिले में एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर प्रदर्शन के आयोजकों के खिलाफ दर्ज किया गया है। इसमें पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट के भी नाम हैं। पहलवानों ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हम पर एफआईआर दर्ज करने में पुलिस ने 7 घंटे भी नहीं लगाए, जबकि बृज भूषण शरण सिंह पर उसे एफआईआर दर्ज करने में 7 दिन लगे थे।

दिल्ली पुलिस ने कहा है, “पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और प्रदर्शन के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कुछ पहलवान विरोध करने के लिए रात में जंतर-मंतर आए थे। उन्हें अनुमति नहीं दी गई और वापस भेज दिया गया।” इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पहलवानों, प्रदर्शन के आयोजकों व अन्य लोगों के खिलाफ IPC की धारा धारा 147 (दंगा करना), धारा 149 (गैरकानूनी जमावड़ा), 186 (सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालना), 188 (सरकारी कर्मचारी के विधिवत आदेश की अवहेलना), 332 (सरकारी कर्मचारी के साथ हिंसा करना) और 353 (सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी से रोकने के लिए आपराधिक बल) तथा सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3 के तहत FIR दर्ज की है।

जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने पहलवानों समेत कुल 109 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दर्ज FIR में कुछ धाराएँ जमानती और कुछ गैर-जमानती हैं। इसमें 7 साल से कम की सजा का प्रावधान है, इसलिए पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया है। 

क्या बोले पहलवान

FIR दर्ज होने के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यौन उत्पीड़न के आरोपित व्यक्ति का संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में दिल्ली पुलिस को कुछ ही घंटे लगे। लेकिन बृजभूषण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने में उन्हें 7 दिन लग गए थे।”

वहीं, महिला पहलवान विनेश फोगाट ने ट्वीट कर कहा, “दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे खिलाफ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है? सारी दुनिया देख रही है कि सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है। एक नया इतिहास लिखा जा रहा है।”

क्या है मामला

दरअसल, पहलवान कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं। इसी सिलसिले में ये बीते 36 दिनों से जंतर-मंतर पर धरने में बैठे हुए थे। पहलवानों ने रविवार (28 मई 2023) को नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान उसके पास महिला महापंचायत करने का ऐलान किया था। सुरक्षा कारणों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। अनुमति न मिलने के बाद भी धरने में बैठे पहलवान, धरने के आयोजक व अन्य लोगों ने संसद भवन की ओर कूच कर दिया।

ऐसे में पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान पहलवानों, उनके समर्थकों व पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस घटना के बाद पुलिस ने पहलवानों व उनके समर्थकों समेत कई लोगों को हिरासत में लिया था। रविवार देर शाम पुलिस ने इन लोगों को रिहा कर दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया